New Underpass: नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे से जाम होगा छूमंतर, 181 करोड़ के खर्चे में बनेंगे 2 नए अंडरपास
Noida-Greater Noida Expressway: नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे पर अब सफर सुहाना होने वाला है। इस एक्सप्रेसवे पर 2 नए अंडरपास निर्माण को मंजूरी मिल गई है। आपको बता दें ये अंडरपास झट्टा और सुल्तानपुर गांव के पास बनने जा रहे हैं। इनके बनते ही सफ़र को तगड़ी स्पीड मिलने वाली है।

New Underpass: नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे पर अब सफर सुहाना होने वाला है। इस एक्सप्रेसवे पर 2 नए अंडरपास निर्माण को मंजूरी मिल गई है। आपको बता दें ये अंडरपास झट्टा और सुल्तानपुर गांव के पास बनने जा रहे हैं। इनके बनते ही सफ़र को तगड़ी स्पीड मिलने वाली है। New Underpass
आपको बता दें इन नए अंडरपास से 20 गांवों के साथ साथ 38 सेक्टरों को सीधा सीधा लाभ मिलने वाला है। छात्र शक्ति कंपनी को निर्माण की जिम्मेदारी मिली है, लेकिन अभी अनुमति का इंतजार है। डाया फॉर्म प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाएगा।
ये अंडरपास 20 गांवों और 38 सेक्टरों को राजमार्ग से सीधा संपर्क प्रदान करेंगे। इस परियोजना पर 181 करोड़ रुपये की लागत आएगी। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर, प्राधिकरण झट्टा और सुल्तानपुर गांव के सामने दो नए अंडरपास का निर्माण करेगा।
दोनों अंडरपास के निर्माण के लिए पांच-पांच कंपनियां आई थीं। निर्माण के लिए छात्र शक्ति नामक कंपनी का चयन किया गया है, लेकिन अभी तक सीईओ से कार्य आवंटन की अनुमति नहीं मिली है।सीईओ डॉ. ए.के. लोकेश एम ने कहा कि एक्सप्रेसवे के पिछले तीन अंडरपास के निर्माण के दौरान जो खामियां थीं, उन्हें यहां नहीं दोहराया जाना चाहिए।
इसलिए यदि अंडरपास का निरीक्षण किसी परामर्शदाता कंपनी द्वारा किया जा रहा है तो रिपोर्ट प्राप्त होते ही चयनित कंपनी को अनुमति प्रदान कर दी जाएगी। चयनित कंपनी 181 करोड़ रुपये की लागत से दोनों अंडरपास का निर्माण करीब डेढ़ साल में पूरा करेगी।
आपको बता दें कि इसी कंपनी ने नोएडा के ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर पुनर्निर्माण का काम किया है। बारिश के बाद यहां खुदाई का काम शुरू होगा। शेष पेड़ों की कटाई और सफाई का काम कार्य सौंपे जाने के बाद किया जाएगा। राजमार्ग से सीधे संपर्क से लगभग 20 गांवों और 38 सेक्टरों के लोगों को लाभ मिलेगा।
ये दोनों अंडरपास डाया फॉर्म तकनीक पर बनाए जाएंगे। इस बार निर्मित की जा रही भूमिगत प्रौद्योगिकी में परिवर्तन किया गया। 2020 के बाद, राजमार्ग के कोंडली, एडविएन्टो और सेक्टर-96 अंडरपास का निर्माण बॉक्स पुश तकनीक का उपयोग करके किया जाएगा।
यहीं पर राजमार्ग की सड़कें टूटने के कारण समस्याएं उत्पन्न होती रहती हैं। इसलिए इस बार प्राधिकरण ने अंडरपास के निर्माण के लिए डायाफ्राम तकनीक को चुना है।सिविल विभाग के उप महाप्रबंधक विजय कुमार रावल ने बताया कि डायाफ्राम दीवार बिना खुदाई के ही डाली जाएगी।
इसके बाद दोनों तरफ भूमिगत यह दीवार बनाई जाएगी और इस पर अंडरपास की छत रखी जाएगी। नीचे की दो दीवारों और छत के बीच की जमीन की खुदाई की जाएगी। इसके बाद नीचे की सड़क पर काम शुरू होगा। राज्यपाल भी दोनों लेन में काम करवाएंगे। इसके कारण कुछ दिनों तक यातायात प्रभावित रह सकता है।
पहले अंडरपास की बात करें तो एक्सप्रेस-वे पर 16.900 किमी चैनेज पर सेक्टर-145, 146 155 और 159 के बीच बनाया जाएगा। इसकी लंबाई 800 मीटर होगी। इसके निर्माण पर 99.74 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इससे नव विकसित औद्योगिक सेक्टरों- 151, 153, 154, 155, 156, 157, 158, 159, 162 और 9 गांवों को मदद मिलेगी।
अब बात करें दूसरे अंडरपास की तो यह सुल्तानपुर के पास एक्सप्रेसवे पर 6.10 किमी चैनेज पर सेक्टर-128, 129, 132 और 108 के बीच बनेगा। इसकी लंबाई 731 फीट होगी। निर्माण पर 81.61 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस नए अंडरपास से गांव के सेक्टर 104, 105, 106, 107, 108, 110, 80, 81, 82, 83, 127, 128, 129, 130, 131, 132, 133, 134, 135, फेज-2, एनएसईईजेड और 11 को लाभ मिलेगा। Noida-Greater Noida Expressway