Good News : फुटपाथ से मंदिर तक का सफर, ड्यूटी से परे, ‘सुदर्शन’ ने अनाथ दिव्यांग को दिया ‘नया जीवन’

Good News : गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस अपनी ड्यूटी के साथ-साथ मानवीय सेवा की मिसालें भी पेश कर रही है। इसी कड़ी में सिग्नेचर टॉवर पर तैनात एक ट्रैफिक पुलिस कर्मी EHC सुदर्शन ने ऐसा अनुकरणीय कार्य किया है, जिसने पुलिस बल की संवेदनशीलता और करुणा को एक नया आयाम दिया है ।
फुटपाथ से मंदिर तक का सफर
ड्यूटी के दौरान EHC सुदर्शन की नज़र एक दिव्यांग अनाथ व्यक्ति पर पड़ी, जो लंबे समय से फुटपाथ पर दयनीय स्थिति में भीख मांगकर जीवन गुजार रहा था। उसका शरीर धूल-गंदगी से सना था और वह जीवन से हताश दिखाई दे रहा था। जहाँ अधिकांश लोग ऐसे व्यक्तियों को अनदेखा कर देते हैं, वहीं EHC सुदर्शन ने मानवता का परिचय देते हुए पहल की। उन्होंने न केवल उस व्यक्ति को अच्छे से नहलाया, साफ कपड़े पहनाए और हजामत करवाई, बल्कि उसके लिए भरपेट भोजन की भी व्यवस्था की।

EHC सुदर्शन यहीं नहीं रुके, उन्होंने उस व्यक्ति को अपने ट्रैफिक बूथ के पीछे बने एक छोटे से मंदिर में रहने का स्थान दिया और उसकी क्षमता के अनुसार साफ-सफाई तथा स्वावलंबन से जुड़ी गतिविधियाँ सिखाना शुरू किया। मात्र पाँच दिनों के भीतर ही उस व्यक्ति के जीवन में चमत्कारी बदलाव देखने को मिला। अब वह हताश नहीं, बल्कि मुस्कुराने लगा है और आत्मविश्वास के साथ आत्मनिर्भरता की राह पर आगे बढ़ रहा है। बातचीत में पता चला कि कुछ वर्ष पूर्व एक रेल दुर्घटना में अपना एक हाथ खो देने के बाद उसने जीवन से सभी उम्मीदें छोड़ दी थीं।
पुलिस कमिश्नर ने की सराहना
EHC सुदर्शन के इस प्रेरणादायक कार्य ने समाज को यह संदेश दिया है कि पुलिस बल केवल कानून व्यवस्था तक ही सीमित नहीं है, बल्कि समाज की आत्मा में बसी मानवता का प्रहरी भी है।
पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा IPS ने EHC सुदर्शन के मानवीय प्रयास की दिल खोलकर सराहना करते हुए कहा:
“गुरुग्राम पुलिस न केवल अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही व यातायात व्यवस्था बनाए रखने में उत्कृष्ट है, बल्कि समाज में संवेदना और मानवता के प्रतीक भी हैं। EHC सुदर्शन जैसे कर्मठ और दयालु कर्मचारी हमारे विभाग का गौरव हैं।”
यह घटना गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस के उस उच्च जज्बे को दर्शाती है, जो सड़कों पर ट्रैफिक प्रबंधन के साथ-साथ, जरूरतमंद जिंदगियों का रास्ता भी सुधार रहा है।