गुरूग्राम के विकास में रॉकेट स्पीड लेकर आई यह रोड, रियल एस्टेट बिक्री ₹1 लाख करोड़ के पार
Southern Peripheral Rd: भारत के सबसे स्पीड से विकास को छू रहे रियल एस्टेट और इन्फ्रास्ट्रक्चर कॉरिडोर की लिस्ट में अब गुरुग्राम की सदर्न पेरिफेरल रोड अपनी धाक जमा रही है। प्रीमियम रियल एस्टेट हब के मामले में अब इसका कोई मुकाबला नहीं है। कहाँ वो टाइम था जब इसे सिर्फ सोहना रोड और गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड को जोड़ने वाला रास्ता भर गिना जाता था।

Gurugram News: भारत के सबसे स्पीड से विकास को छू रहे रियल एस्टेट और इन्फ्रास्ट्रक्चर कॉरिडोर की लिस्ट में अब गुरुग्राम की सदर्न पेरिफेरल रोड अपनी धाक जमा रही है। प्रीमियम रियल एस्टेट हब के मामले में अब इसका कोई मुकाबला नहीं है। कहाँ वो टाइम था जब इसे सिर्फ सोहना रोड और गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड को जोड़ने वाला रास्ता भर गिना जाता था।
यहां ₹1 लाख करोड़ से अधिक के रेसिडेंशियल और कमर्शियल प्रोजेक्ट्स या तो शुरू हो चुके हैं या योजना में हैं, और रोड कनेक्टिविटी की बड़ी कमी भी तेज़ी से दूर की जा रही है। एसपीआर अब गुरुग्राम के अगले विकास चरण की नई कहानी लिख रहा है। पिछले दो वर्षों में ही डेवलपर्स ने एसपीआर पर ₹50,000 करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट्स लॉन्च किए हैं। यह आंकड़ा 2027 तक दोगुना होने की उम्मीद है, जिससे यह देश के सबसे सक्रिय माइक्रो-मार्केट्स में से एक बन जाएगा।
कुछ जगहों पर दाम ₹25,000 प्रति वर्ग फुट तक पहुंच गए हैं। डीएलएफ और सिग्नेचर ग्लोबल जैसे प्रमुख डेवलपर्स इस ग्रोथ को लीड कर रहे हैं। डीएलएफ अपने अगले बड़े प्रोजेक्ट की तैयारी कर रहा है, वहीं सिग्नेचर ग्लोबल सदर्न पेरिफेरल रोड पर 93 एकड़ में फैला एक टाउनशिप विकसित कर रहा है, जिसमें 1.7 करोड़ वर्ग फुट बिक्री योग्य क्षेत्र होगा और बिक्री का लक्ष्य ₹27,000 करोड़ रखा गया है। इस तेज़ी का बड़ा कारण है सरकार द्वारा इन्फ्रास्ट्रक्चर पर दिया जा रहा ज़ोर। गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी ने हाल ही में सेक्टर 71 और 65 के पास दो ज़मीन के टुकड़े अधिग्रहित किए हैं, जिससे दो जरूरी लिंक रोड्स बनना अब संभव हो गया है।
ये छोटी मगर रणनीतिक सड़कों (350 मीटर और 170 मीटर) से लोगों को लंबे रास्ते कम लेने होंगे, नई जल और सीवर लाइनों के लिए रास्ता बनेगा, और सेक्टर 62–65 व 71–73 के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी। इन दोनों ज़मीनों की लागत ₹3.2 करोड़ रही और जल्द ही टेंडर भी निकाले जाएंगे। इसी के साथ एक और बड़ी योजना है वटिका चौक से NH-8 तक 5.5 किलोमीटर का एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने की योजना, जिस पर ₹750 करोड़ खर्च होंगे। इसमें ₹620 करोड़ निर्माण और ₹130 करोड़ भूमि के लिए रखे गए हैं। यह छह लेन का रोड द्वारका एक्सप्रेसवे, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और NH-248A को आसानी से जोड़ने में मदद करेगा।
एसपीआर पर 95 किलोमीटर से अधिक सड़कों को अपग्रेड किया जा रहा है, बाढ़ नियंत्रण योजनाएं, सर्विस लेन, स्टॉर्म वॉटर ड्रेन, और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट जैसी सुविधाएं भी बनाई जा रही हैं। फ्लाईओवर और बेहतर सेक्टर-सेक्टर लिंक जैसी सुविधाओं से जीवन स्तर सुधर रहा है। इस रोड में कई एंट्री-एग्ज़िट रैंप और क्लोवरलीफ इंटरचेंज भी होंगे, जिससे सफर का समय घटेगा और जाम से राहत मिलेगी। एनएचएआई भी खेड़की दौला टोल प्लाज़ा को अगले तीन महीनों में पंचगांव शिफ्ट करने की तैयारी कर रहा है जिससे एसपीआर से सफर करने वालों को बड़ी राहत मिलेगी।