Success Story: विदेश की करोड़ों की जॉब छोड़ देश सेवा को चुना, भीतर में जूनून भर देगी IPS अंजलि विश्वकर्मा की कहानी
IPS Story: आईपीएस अंजलि विश्वकर्मा आज देश की उन युवा महिला अधिकारियों में शुमार हैं, जिन्होंने देश सेवा के लिए करोड़ों की विदेश नौकरी भी छोड़ दी। हाल ही में कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में बीजेपी एमएलसी अरुण पाठक से उनकी बहस सुर्खियों में रही, जिसने उन्हें फिर से चर्चा का विषय बना दिया।

Success Story: IPS अंजलि विश्वकर्मा आज देश की उन युवा महिला अधिकारियों में शुमार हैं, जिन्होंने देश सेवा के लिए करोड़ों की विदेश नौकरी भी छोड़ दी। हाल ही में कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में बीजेपी एमएलसी अरुण पाठक से उनकी बहस सुर्खियों में रही, जिसने उन्हें फिर से चर्चा का विषय बना दिया। Success Story
जन्म व पढ़ाई लिखाई
आपको बता दें अंजलि विश्वकर्मा मूल रूप से उत्तराखंड के देहरादून की रहने वाली हैं. उनका जन्म 11 जनवरी 1993 को हुआ था. देहरादून जैसे शांत और सुरम्य शहर में पली-बढ़ी अंजलि विश्वकर्मा ने बचपन से ही पढ़ाई को अपनी सबसे बड़ी ताकत बनाया । अंजलि ने अपनी मेहनत और तेज दिमाग के दम पर देश के सर्वोच्च इंजीनियरिंग संस्थानों में गिने जाने वाले IIT कानपुर में एडमिशन लिया. Success Story
छोड़ दी विदेश की बड़ी नौकरी
यहां उन्होंने एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में बीटेक किया और अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया. पढ़ाई के दौरान ही अंजलि ने महसूस किया कि उनकी मंजिल सिर्फ एक कामयाब इंजीनियर बनना नहीं है, बल्कि देश की सेवा करना भी है. आईआईटी कानपुर से पढ़ाई पूरी होने के बाद अंजलि ने करीब 6 देशों में काम किया. अंजलि ने न्यूजीलैंड में एक ऑयल कंपनी में काम किया है, जहां उन्हें 4 लाख रुपये महीना यानी 48 लाख रुपये का पैकेज था. जीलैंड में नौकरी के दौरान उन्हें आईपीएस बनने की ठानी और लाखों का पैकेज छोड़ दिया. Success Story
इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी करने के बाद अंजलि ने UPSC सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी शुरू की और कठिन परिश्रम के बाद उन्होंने IPS अधिकारी बनने का सपना पूरा किया. साल 2021 की सिविल सर्विस परीक्षा में उन्हें सफलता हासिल हुई. अंजलि कानपुर पुलिस कमिश्नरेट में अपर पुलिस उपायुक्त के पद पर तैनात हैं. Success Story