भीख मांगने से नहीं दुकान पर काम करने से हो रहा बचपन खराब
Gurugram News Network – शहर की सड़कों पर यदि बच्चे भीख मांगते दिखे तो इनका बचपन खराब नहीं होगा, लेकिन यदि यही बच्चे किसी दुकान पर काम करते दिखाई दे जाए तो इनका बचपन ही चौपट हो जाता है। इन्हें बचाने के लिए सरकार द्वारा अभियान भी चलाए जाते हैं। इतना ही नहीं इन बच्चों को वेतन देने वाले दुकानदारों के खिलाफ केस भी दर्ज कराए जाते हैं। ऐसा ही मामला सिटी थाना पुलिस ने दर्ज किया है। बचपन बचाओ आंदोलन के पदाधिकारियों ने विभिन्न विभागों, गैर सरकारी संस्थाओं समेत पुलिस की मदद से ऑटो मार्केट भीम नगर में अभियान चलाते हुए 9 बच्चों को बचाया है और दुकानदारों के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
पुलिस के मुताबिक, बचपन बचाओ आंदोलन के स्टेट कॉर्डिनेटर पुनीत शर्मा ने पुलिस को बताया था कि सरकार की तरफ से बच्चों के लिए अभियान चलाकर उन्हें मुख्यधारा में जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में उन्हें सूचना मिली थी कि कुछ बच्चों को भीम नगर स्थित ऑटो मार्केट में काम पर लगाया हुआ है। इस पर उन्होंने अपनी टीम व पुलिस के साथ मिलकर यहां जांच की और 9 बच्चों को दुकानों से मुक्त कराया। इतना ही नहीं जिन दुकानों पर यह बच्चे कार्य कर रहे थे उन दुकानदारों के खिलाफ जुवेनाइल जस्टिस एक्ट समेत अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कराया है।
सड़क पर भीख मांगने वाले बच्चों के मामले में जब स्टेट कॉर्डिनेटर पुनीत शर्मा से बात की गई तो उन्होंने अपना पल्ला जिले के बाल कल्याण अधिकारी पर झाड़ दिया। उन्होंने कहा कि बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए अभियान चलाने का एक महीने का कैलेंडर जारी हुआ है। इस कैलेंडर के आधार पर जिले के बाल कल्याण अधिकारी को कार्रवाई करनी चाहिए। यदि उन्हें बचपन बचाओ आंदोलन की टीम के सहयोग की जरूरत होगी तो वह इसमें उनकी सहायता करेंगे।