Gurugram में पानी हुआ मंहगा, पांच साल का बकाया भी वसूलने की तैयारी
निगम का यह कड़ा फैसला हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) के 12 फरवरी, 2018 के एक नोटिफिकेशन के अनुपालन में लिया गया है। इस नोटिफिकेशन के तहत, बढ़ती हुई रखरखाव और आपूर्ति लागत को पूरा करने के लिए प्रत्येक वित्तीय वर्ष में पानी और सीवरेज शुल्क में 5 प्रतिशत की वृद्धि अनिवार्य थी।

Gurugram : नगर निगम गुरुग्राम (MCG) ने शहर के लाखों उपभोक्ताओं को बड़ा झटका देते हुए पानी और सीवरेज शुल्क में 5 फीसदी की वार्षिक वृद्धि को तत्काल प्रभाव से लागू करने का फैसला किया है।
निगम अब वर्ष 2020 से 2025 के बीच लागू न की गई 5 फीसदी की संचयी वृद्धि (cumulative hike) का बकाया भी उपभोक्ताओं से वसूलेगा। इस दोहरी कार्रवाई से शहर के निवासियों के पानी के बिलों में सीधे तौर पर भारी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी, जिससे अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ना तय है।
निगम का यह कड़ा फैसला हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) के 12 फरवरी, 2018 के एक नोटिफिकेशन के अनुपालन में लिया गया है। इस नोटिफिकेशन के तहत, बढ़ती हुई रखरखाव और आपूर्ति लागत को पूरा करने के लिए प्रत्येक वित्तीय वर्ष में पानी और सीवरेज शुल्क में 5 प्रतिशत की वृद्धि अनिवार्य थी।
MCG ने 2020 के बाद से इस अनिवार्य वृद्धि को लागू नहीं किया था, जिससे एक बड़ा अंतर पैदा हो गया। निगम अधिकारियों के अनुसार, इस अंतर को अब सुधारा जा रहा है। MCG के कार्यकारी अभियंता मुख्यालय ने संबंधित एजेंसी को निर्देश दिया है कि बढ़ी हुई दरों को तुरंत लागू करें और साथ ही 2020 से 2025 तक की लंबित 5% की अतिरिक्त राशि भी बिलों में जोड़कर वसूलें।
आवासीय मीटर कनेक्शन (पहले 10 किलोलीटर के लिए): 2018 में यह दर ₹2.50 प्रति किलोलीटर थी। 2023 तक यह ₹2.63 हो चुकी थी और 2025 तक ₹2.89 प्रति किलोलीटर तक पहुंच गई है।
एमसीजी क्षेत्र में वर्तमान में कुल 1.87 लाख पानी के कनेक्शन हैं, जिनमें से केवल 30 हजार कनेक्शनों पर ही पानी के मीटर लगे हुए हैं। बढ़ी हुई बिल वसूली के साथ ही, निगम ने अवैध पानी के कनेक्शनों को काटने की भी योजना तैयार कर ली है। यह कदम निगम के राजस्व को बढ़ाने और जल प्रबंधन को सुव्यवस्थित करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।
नगर निगम गुरुग्राम के कार्यकारी अभियंता प्रदीप कुमार ने बताया कि एचएसवीपी के 2018 के नोटिफिकेशन की अनुपालन में सेक्टर 1 से 57 तक के सभी उपभोक्ताओं को बढ़े शुल्क के साथ पानी-सीवर के बिलों का भुगतान करना होगा। नए बिलों में बढ़े हुए शुल्क और 2020 से जो बकाया है उसकी वसूली की जाएगी।