Traffic Police का व्यवहार बदलेगा: DCP ने सिखाया सॉरी-थैंक यू का पाठ
यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए, अब स्टैनफोर्ड डिज़ाइन थिंकिंग मॉडल का प्रयोग किया जाएगा। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस मॉडल का उपयोग कर 'यूजर-जनरेटेड पेन पॉइंट्स' (सड़क उपयोगकर्ताओं की कठिनाइयाँ) की पहचान करें और उन्हें दूर करने के लिए रचनात्मक उपाय खोजें। यह आधुनिक सोच प्रभावी यातायात प्रबंधन की नई दिशा तय करेगी।

Traffic police: गुरुग्राम में यातायात व्यवस्था को और अधिक प्रभावी तथा जनता-अनुकूल बनाने के लिए, पुलिस उपायुक्त यातायात डॉ. राजेश मोहन (IPS) ने मंगलवार, 29 अक्टूबर 2025 को DLF फेज-1 क्षेत्र का विशेष दौरा किया और ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। इस पहल का उद्देश्य सड़क उपयोगकर्ताओं और पुलिस के बीच संवाद को बेहतर बनाना और आधुनिक तकनीकों से जाम की समस्याओं को हल करना है।
डॉ. मोहन ने चौक-चौराहों पर मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों को हरियाणा के पुलिस महानिदेशक ओ.पी. सिंह (IPS) के दिशा-निर्देशों के बारे में बताया। उन्होंने विशेष रूप से निर्देश दिए कि सभी पुलिसकर्मी आमजन से बातचीत के दौरान अनिवार्य रूप से ‘सॉरी’ और ‘थैंक यू’ जैसे ‘गोल्डन वर्ड्स’ (स्वर्णिम शब्द) का इस्तेमाल करें। DCP ने जोर दिया कि यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि रोड यूजर्स और यातायात पुलिस का वार्तालाप टकराव-मुक्त (फ्रिक्शन-फ्री) और शालीन हो।
यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए, अब स्टैनफोर्ड डिज़ाइन थिंकिंग मॉडल का प्रयोग किया जाएगा। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस मॉडल का उपयोग कर ‘यूजर-जनरेटेड पेन पॉइंट्स’ (सड़क उपयोगकर्ताओं की कठिनाइयाँ) की पहचान करें और उन्हें दूर करने के लिए रचनात्मक उपाय खोजें। यह आधुनिक सोच प्रभावी यातायात प्रबंधन की नई दिशा तय करेगी।
पुलिस उपायुक्त यातायात ने इस दौरान Cyber City, सिकंदरपुर पावर हाउस, नाथूपुर टी-पाइंट, ब्रिस्टल चौक, MG Road, MGF Mall और Silver Oaks/खुशबू चौक जैसे व्यस्ततम चौराहों का निरीक्षण किया। उन्होंने सभी को अनुशासन के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने और जनता के साथ सहयोगपूर्ण व्यवहार बनाए रखने का निर्देश दिया। DCP ने कहा कि सड़क सुरक्षा और यातायात का संचालन सुचारू व सुगम बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास जारी रखने होंगे।