Sapna Choudhary Dance: सपना चौधरी का वो डांस जिसने बदली किस्मत, 11 साल बाद भी कायम है जलवा

Sapna Choudhary Dance: हरियाणा की मशहूर डांसर और सिंगर सपना चौधरी (Sapna Choudhary) आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। अपने दमदार डांस परफॉर्मेंस (Sapna Choudhary Dance Performance) और स्टेज प्रेजेंस से वह लाखों दिलों की धड़कन बन चुकी हैं। लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने का उनका सफर आसान नहीं रहा। उन्होंने अपनी जिंदगी में कई संघर्ष झेले हैं और तमाम मुश्किलों का सामना करके यह नाम कमाया है।
मनोरंजन की दुनिया (Haryana Entertainment Industry) में सपना की एंट्री एक इत्तेफाक से हुई थी। दरअसल, सपना का सपना अफसर बनने का था, लेकिन जब उनके पिता का देहांत हुआ, तब उनकी उम्र महज 13 साल थी।
पिता के जाने के बाद घर की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई और छोटे भाई की जिम्मेदारी भी उन पर आ गई। ऐसे में सपना ने कम उम्र में ही काम शुरू कर दिया।
सपना चौधरी ने शुरुआत एक ऑर्केस्ट्रा ग्रुप से की। उस समय वह स्टेज पर गाना गाया करती थीं। अपनी गायकी (Sapna Choudhary Singing Career) से लोगों को मनोरंजन देने लगीं।
लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। एक दिन जब एक रागनी प्रोग्राम (Sapna Choudhary Ragini Program) में डांस करने वाली कलाकार नहीं पहुंची, तो सपना को मंच संभालना पड़ा।
उन्होंने हरियाणवी सिंगर झंडू के गाने “ढाई लीटर दूध” पर डांस किया। यह परफॉर्मेंस इतना पॉपुलर हुआ कि सपना को बतौर डांसर पहचाना जाने लगा।
इसके बाद सपना ने कई लोकल और बड़े प्रोग्राम्स में परफॉर्म करना शुरू किया। असली पहचान तब मिली जब उन्होंने 21 साल की उम्र में “लाड पिया के” गाने पर डांस किया।
यह डांस इतना वायरल हुआ कि देश ही नहीं, विदेशों तक में सपना का नाम पहचाना जाने लगा। यह उनका टर्निंग पॉइंट (Supna Choudhary Life Turning Point) था।
सपना चौधरी की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए उन्हें टेलीविजन के रियलिटी शो बिग बॉस (Bigg Boss) में भी बुलाया गया। यहां से उनके करियर को और रफ्तार मिली।
वह बॉलीवुड (Sapna Choudhary Bollywood Career) फिल्मों में भी नजर आईं, लेकिन उन्होंने कभी स्टेज परफॉर्मेंस से दूरी नहीं बनाई। आज भी सपना चौधरी देशभर में होने वाले कार्यक्रमों में अपनी धमाकेदार मौजूदगी दर्ज कराती हैं।
सपना चौधरी की कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है जो मुश्किल हालातों में भी हार नहीं मानते। एक छोटी सी लड़की से लेकर एक स्टेज आइकन (Sapna Choudhary the Stage Icon) बनने तक का उनका सफर सच्चे संघर्ष और मेहनत की मिसाल है।