Gurugram में अब कैमरा लगे स्थानों पर फिजिकल चालान हुए बंद, डीजीपी ने दिया आदेश
डीजीपी सिंह का तर्क है कि जहाँ पहले से ही कैमरा-आधारित सिस्टम यातायात उल्लंघनों को रिकॉर्ड कर ई-चालान जारी कर रहा है, वहाँ पुलिसकर्मियों का सड़क पर खड़े होकर चालान काटना अनावश्यक है।

Gurugram : हरियाणा के नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने गुरुग्राम की ट्रैफिक व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी और कुशल बनाने की दिशा में एक बड़ा निर्देश जारी किया है। उन्होंने तत्काल प्रभाव से उन सभी स्थानों पर फिजिकल चालान (मैन्युअल चालान) पर रोक लगा दी है, जहाँ सीसीटीवी कैमरे या ऑटोमेटेड ट्रैफिक मॉनिटरिंग सिस्टम (एटीएमएस) लगे हुए हैं।
डीजीपी ने यह जानकारी खुद सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा कि उन्होंने गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर को निर्देश दिए हैं कि कैमरा कवरेज वाले इलाकों में तुरंत फिजिकल चालान बंद किए जाएं।
डीजीपी सिंह का तर्क है कि जहाँ पहले से ही कैमरा-आधारित सिस्टम यातायात उल्लंघनों को रिकॉर्ड कर ई-चालान जारी कर रहा है, वहाँ पुलिसकर्मियों का सड़क पर खड़े होकर चालान काटना अनावश्यक है।

मुख्य उद्देश्य:
दोहरे चालान से मुक्ति: इस निर्णय से वाहन चालकों को एक ही उल्लंघन के लिए ‘ई-चालान’ और ‘फिजिकल चालान’ दोनों जारी होने की शिकायत से मुक्ति मिलेगी, जिससे लोगों में भ्रम और असंतोष कम होगा।
अपराध नियंत्रण पर फोकस: चालान काटने वाले पुलिसकर्मियों को अब अपराध नियंत्रण, सुरक्षा व्यवस्था और अन्य महत्वपूर्ण पुलिसिंग कार्यों में लगाया जाएगा, जिससे पुलिस बल की ऊर्जा का बेहतर सदुपयोग हो सकेगा।
गुरुग्राम, जो दिल्ली-एनसीआर का एक प्रमुख आईटी हब है, में साइबर सिटी, गोल्फ कोर्स रोड, एमजी रोड और सोहना रोड सहित 50 से अधिक प्रमुख चौराहों और हाईवे सेक्शनों पर सैकड़ों हाई-रेजोल्यूशन कैमरे लगे हैं। ये कैमरे ओवर स्पीडिंग, सिग्नल जंपिंग, गलत पार्किंग और सीट बेल्ट न पहनने जैसे उल्लंघनों को स्वतः रिकॉर्ड करते हैं।
अब इन सभी स्थानों पर केवल कैमरा फुटेज के आधार पर ही ई-चालान जारी किया जाएगा, जो वाहन मालिक के मोबाइल या ईमेल पर भेजा जाएगा।
यह कदम गुरुग्राम की ट्रैफिक व्यवस्था में पारदर्शिता लाने और पुलिसिंग को टेक्नोलॉजी-आधारित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।