Haryana: हरियाणा से बाहर निकाले जाएंगे पाकिस्तानी नागरिक, जानिए किस जिले में कितने है पाकिस्तान के लोग

Haryana News: जम्मू कश्मीर के मशहूर टूरिस्ट स्पॉट पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को दहला दिया है। रविवार शाम को अमरनाथ यात्रा के दौरान यात्रियों को लेकर जा रही एक बस को आतंकियों ने निशाना बनाया जिसमें कई श्रद्धालु घायल हुए और कुछ की मौत की भी खबर सामने आई है। हमले की जिम्मेदारी फिलहाल किसी संगठन ने नहीं ली है लेकिन जिस तरीके से घात लगाकर फायरिंग (firing) की गई उससे साफ है कि इसके पीछे साजिश गहरी थी। सुरक्षा एजेंसियां (security agencies) अलर्ट पर हैं और पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
इस हमले के बाद केंद्र सरकार और सभी राज्य सरकारें पूरी तरह चौकन्ना हो गई हैं। विशेष रूप से उन राज्यों में जहां विदेशी नागरिक खासकर पाकिस्तान से आए लोग शरणार्थी (refugee) के तौर पर रह रहे हैं। इसी कड़ी में हरियाणा सरकार ने भी बड़ा कदम उठाने की तैयारी कर ली है।
पाकिस्तानी नागरिकों को निकाला जाएगा बाहर
पहलगाम में हुए हमले के तुरंत बाद हरियाणा सरकार ने राज्य में रह रहे विदेशी नागरिकों की जानकारी जुटानी शुरू कर दी है। गृह विभाग (Home Department) ने एक रिपोर्ट तैयार की है जिसमें बताया गया है कि राज्य में इस समय करीब 600 विदेशी नागरिक रह रहे हैं जिनमें से 460 के करीब पाकिस्तानी नागरिक हैं। सरकार अब इन सभी को राज्य से बाहर निकालने की तैयारी में है। ये सभी लोग वीजा के जरिए हरियाणा में रह रहे थे हालांकि इनका इतिहास भारत-पाक विभाजन से जुड़ा है।
गौर करने वाली बात यह है कि इनमें से 375 पाकिस्तानी नागरिक पहले ही भारत की नागरिकता के लिए आवेदन कर चुके हैं लेकिन बाकी लोग फिलहाल वीजा पर ही टिके हुए हैं। हरियाणा सरकार ने अब इन सभी की जांच शुरू कर दी है और जो लोग नागरिकता की प्रक्रिया में नहीं हैं उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।
कौन-कौन से जिले में कितने पाकिस्तानी नागरिक?
गृह विभाग के आंकड़ों के अनुसार हरियाणा के फरीदाबाद सिरसा अंबाला और यमुनानगर जैसे जिलों में सबसे ज्यादा पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं। नीचे देखें जिलेवार डिटेल: Haryana
फरीदाबाद – 214
सिरसा – 68
अंबाला – 42
यमुनानगर – 57
फतेहाबाद – 27
रोहतक – 28
गुरुग्राम – 8
पलवल – 3
पानीपत – 5
कुरुक्षेत्र – 3
झज्जर – 1
हिसार – 1
कैथल – 1
करनाल – 1
पंचकूला – 1
इन आंकड़ों से साफ है कि फरीदाबाद में सबसे ज्यादा पाकिस्तानी नागरिक बस चुके हैं। जानकारी के मुताबिक इनमें अधिकतर लोग हिंदू समुदाय से ताल्लुक रखते हैं और भारत-पाक बंटवारे के बाद यहां आकर बसे थे। लेकिन अब हालात बदल रहे हैं और सुरक्षा को देखते हुए सरकार सख्त कदम उठा रही है।Haryana
वीजा पर हर साल होती थी मोहलत
पिछले कुछ सालों में देखा गया है कि इन पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा हर साल रिन्यू (renew) किया जा रहा था। सरकार ने इन्हें शरणार्थी का दर्जा दे रखा था और ये लोग शांतिपूर्वक जीवन बिता रहे थे। इनमें से कई लोग छोटे-मोटे बिजनेस (business) नौकरी या मजदूरी कर अपनी जिंदगी चला रहे हैं। लेकिन अब हालात अलग हैं।Haryana
पहलगाम हमले ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कहीं ऐसे लोग सुरक्षा के लिए खतरा तो नहीं बन सकते? इसी वजह से अब वीजा रिन्यूवल की प्रक्रिया को भी दोबारा जांचा जाएगा और पूरी छानबीन के बाद ही किसी को रहने की अनुमति दी जाएगी।Haryana