Gurugram News: मानेसर औद्योगिक क्षेत्र के लिए गुड न्यूज, अब आंधी तूफान में भी बत्ती नहीं होगी गुल
इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर करीब 143 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसका मुख्य उद्देश्य तेज हवाओं और आंधी-तूफान के कारण बिजली के तारों के टूटने और ट्रांसफॉर्मर के गिरने से होने वाली समस्याओं को खत्म करना है।

Gurugram News: गुरुग्राम के औद्योगिक हब मानेसर और आसपास के रिहायशी इलाकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। बिजली विभाग (DHBVN) ने मानेसर में बिजली आपूर्ति को और बेहतर बनाने के लिए 11kVA क्षमता की 78 फीडर लाइनों को भूमिगत करने की योजना बनाई है। इस महत्वपूर्ण परियोजना से औद्योगिक और आवासीय दोनों उपभोक्ताओं को तूफानों और तकनीकी गड़बड़ियों के कारण होने वाले लंबे बिजली कट से राहत मिलेगी।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर करीब 143 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसका मुख्य उद्देश्य तेज हवाओं और आंधी-तूफान के कारण बिजली के तारों के टूटने और ट्रांसफॉर्मर के गिरने से होने वाली समस्याओं को खत्म करना है। वर्तमान में, ऐसी घटनाओं के कारण बिजली की आपूर्ति बहाल होने में 24 से 36 घंटे तक का समय लग जाता है, जिससे उद्योग और आम जनता दोनों को भारी नुकसान होता है।
परियोजना के तहत, आईएमटी मानेसर औद्योगिक क्षेत्र और सेक्टर-1 के आवासीय इलाके में बिजली की लाइनों को भूमिगत किया जाएगा।
डीएचबीवीएन के अधिकारियों के अनुसार, इस परियोजना के टेंडर आवंटन का काम अंतिम चरण में है। उम्मीद है कि अक्टूबर से काम शुरू हो जाएगा और इसे अगले दो साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। एक बार यह परियोजना पूरी हो जाने के बाद, मानेसर की 1,500 से अधिक फैक्टरियों और हजारों निवासियों को निर्बाध बिजली आपूर्ति मिल सकेगी।
इसके अलावा, सेक्टर-67 में एस्सेंशिया और वर्शालिया सोसाइटियों के लिए एक अलग 33 kVA बिजलीघर का भी निर्माण किया जा रहा है, जो अगले एक साल में बनकर तैयार हो जाएगा और लगभग 3,000 परिवारों को बिजली देगा। इन सभी परियोजनाओं से गुरुग्राम के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता में बड़ा सुधार आएगा।