Gurugram: निगम में 334 करोड़ Property Tax बकाया, 34 Property मालिक लापता
ऑडिट रिपोर्ट में साफ कहा है कि संपत्ति मालिकों के विवरण के अभाव में, निगम इन बकाएदारों को न तो नोटिस जारी कर पा रहा है और न ही उनके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई शुरू कर सकता है।

Gurugram News Network – गुरुग्राम नगर निगम (MCG) एक बड़े वित्तीय संकट और घोर लापरवाही के चौंकाने वाले मामले में घिरा हुआ है। प्रिंसिपल अकाउंटेंट जनरल की Audit Report ने खुलासा किया है कि निगम के 120 लोगों पर कुल 334 करोड़ रुपये का बकाया है। लेकिन सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इनमें से 34 संपत्ति मालिकों का कोई रिकॉर्ड ही निगम के पास नहीं है!
34 अज्ञात मालिकों पर अकेले 97.2 करोड़ रुपये का Property Tax बकाया है। चूंकि उनके Property Tax बिलों में नाम, नंबर या पता जैसी कोई जानकारी नहीं है, निगम इस भारी-भरकम राशि को वसूलने में असमर्थ है। नतीजतन, इन बिना रिकॉर्ड वाले लोगों को नोटिस भी नहीं भेजे जा पा रहे हैं। अब प्रिंसिपल अकाउंटेंट जनरल ने निगम अधिकारियों से इस गंभीर लापरवाही पर स्पष्टीकरण मांगा है।
Audit Report में साफ कहा है कि संपत्ति मालिकों के विवरण के अभाव में, निगम इन बकाएदारों को न तो नोटिस जारी कर पा रहा है और न ही उनके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई शुरू कर सकता है। रिपोर्ट में सीधे तौर पर कहा गया है कि नाम न होने से ऐसे संपत्ति मालिकों को नोटिस देने और कानूनी कार्रवाई शुरू करने की संभावना है।
प्रिंसिपल अकाउंटेंट जनरल की टीम ने निगम से इस बड़ी लापरवाही पर तुरंत जवाब मांगा है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि निगम टैक्स वसूलने में विफल रहा है, जिससे बकाया राशि लगातार बढ़ती जा रही है। ऑडिटर्स ने कर वसूलने में विफलता और दोषी मालिकों के खिलाफ किसी भी तरह के प्रवर्तन उपाय की कमी पर भी निगम से जवाब मांगा है।
Property Tax नगर निगम के लिए राजस्व का एक प्रमुख स्रोत है, जो स्टांप शुल्क और विज्ञापन शुल्क के साथ मिलकर इसकी आय का मुख्य आधार बनता है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में, MCG ने प्रॉपर्टी टैक्स से ₹232.9 करोड़ जुटाए थे, जबकि इस वित्तीय वर्ष के लिए ₹275 करोड़ की आय का अनुमान लगाया गया है।
334 करोड़ का यह भारी बकाया निगम के विकास कार्यों और वित्तीय स्थिरता पर सीधा नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार, 120 ऐसे बड़े प्रॉपर्टी टैक्स बकाएदार हैं, जिनमें से प्रत्येक पर निगम का एक करोड़ रुपये से ज़्यादा का बकाया है।
किस पर कितना बकाया
- प्रॉपर्टी टैक्स: ₹280.6 करोड़
- फायर टैक्स: ₹18.4 करोड़
- डेवलपमेंट चार्जेज: ₹35.6 करोड़