Gurugram Aravali Hills: गुरुग्राम में अवैध फार्म हाउस मालिकों को भेजे नोटिस, 100 से अधिक अवैध निर्माण होंगे ध्वस्त
गुरुग्राम से सटी अरावली की पहाड़ियों में अवैध रूप से बने फार्म हाउसों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जा रही है। वन विभाग ने 100 से अधिक ऐसे अवैध फार्म हाउस मालिकों को नोटिस जारी किए हैं

Gurugram Aravali Hills: गुरुग्राम से सटी अरावली की पहाड़ियों में अवैध रूप से बने फार्म हाउसों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जा रही है। वन विभाग ने 100 से अधिक ऐसे अवैध फार्म हाउस मालिकों को नोटिस जारी किए हैं, जिन पर अरावली की वन भूमि पर अतिक्रमण करने का आरोप है।
फरीदाबाद में चल रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान के बाद अब गुरुग्राम से सटी अरावली की पहाड़ियों में अवैध रूप से बने फार्म हाउसों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जा रही है। वन विभाग ने 100 से अधिक ऐसे अवैध फार्म हाउस मालिकों को नोटिस जारी किए हैं, जिन पर अरावली की वन भूमि पर अतिक्रमण करने का आरोप है।
अवैध फार्म हाउसों को ध्वस्त करने के अलावा अरावली नदी से सटे गांव में लोगों ने वन विभाग की जमीन पर भी अतिक्रमण कर रखा है। वन विभाग ने इन्हें हटाने के लिए भी नोटिस भेजे हैं।
नोटिस में उन्हें एक सप्ताह के भीतर खुद ही अतिक्रमण हटाने को कहा गया है। इसके बाद विभाग जेसीबी से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करेगा। विभाग ने साफ कर दिया है कि अब वह अपनी जमीनों पर कब्जा करने वालों को कब्जे से मुक्त कराएगा।
पांच साल पहले हुई कार्रवाई
अरावली के जंगल में सैकड़ों फार्म हाउस अवैध रूप से बने हुए हैं। पांच साल पहले नगर निगम और वन विभाग ने 20 से ज्यादा फार्म हाउसों को ध्वस्त कर दिया था। हालांकि, उस कार्रवाई के बाद से वन विभाग की ओर से इन अवैध फार्म हाउसों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जिसके चलते अतिक्रमण बदस्तूर जारी रहा।
अब फरीदाबाद में पिछले कई दिनों से लगातार अवैध फार्म हाउसों पर तोड़फोड़ की जा रही है। इसी तरह फरीदाबाद के बाद अब गुरुग्राम में भी अवैध फार्म हाउसों को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू की जाएगी। वन विभाग लगातार अतिक्रमणकारियों को नोटिस भेज रहा है, जो इस बात का संकेत है कि विभाग अब सख्ती के मूड में है।
अवैध निर्माणों से पर्यावरण को नुकसान
पर्यावरणविदों का आरोप है कि अरावली जैसे संवेदनशील पारिस्थितिकी तंत्र में अवैध फार्म हाउसों के निर्माण से पर्यावरण को गंभीर खतरा है। ये निर्माण न केवल वन भूमि पर अतिक्रमण करते हैं, बल्कि प्राकृतिक जल स्रोतों, वन्यजीवों के आवासों और जैव विविधता को भी नुकसान पहुंचाते हैं।
अक्सर इन फार्महाउसों में बोरवेल खोदे जाते हैं और भूजल का अत्यधिक दोहन किया जाता है, जिससे क्षेत्र में जल स्तर गिरता है। इसके अलावा, इनसे निकलने वाला कचरा और सीवेज भी जंगल को प्रदूषित करता है।
राजकुमार यादव, जिला वन अधिकारी, गुरुग्राम, “हमने अरावली में अवैध फार्म हाउसों के मालिकों को नोटिस जारी करना शुरू कर दिया है। अरावली में अवैध फार्म हाउसों पर जल्द ही तोड़फोड़ की कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, वन विभाग की जिस जमीन पर लोगों ने अतिक्रमण किया है, उसे भी हटाया जाएगा।”