Cyber News : देशभर में 96.22 करोड़ रुपये की ठगी में शामिल 19 जालसाज गिरफ्तार
साइबर ठगों के एक संगठित नेटवर्क पर एक बड़ा प्रहार है, जो विभिन्न तरीकों से आम जनता को अपना निशाना बना रहे थे। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 19 मोबाइल फोन, सात सिम कार्ड, दो डेबिट कार्ड और पांच हजार रुपये नकद बरामद किए हैं।

Cyber News : गुरुग्राम पुलिस की साइबर अपराध टीमों ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए देश भर में फैले एक विशाल साइबर ठगी गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गिरोह के 19 सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिन पर कथित तौर पर देश भर के लोगों से 96.22 करोड़ रुपये की भारी-भरकम राशि ठगने का आरोप है। गिरफ्तारियां अगस्त और सितंबर माह के दौरान की गईं।
साइबर ठगों के एक संगठित नेटवर्क पर एक बड़ा प्रहार है, जो विभिन्न तरीकों से आम जनता को अपना निशाना बना रहे थे। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 19 मोबाइल फोन, सात सिम कार्ड, दो डेबिट कार्ड और पांच हजार रुपये नकद बरामद किए हैं।
मामले की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब इन 19 मोबाइलों की जांच इंडियन साइबर क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर (I4C) के माध्यम से कराई गई, तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
इन डिवाइसों के खिलाफ पूरे भारत में 10,355 अलग-अलग शिकायतें दर्ज पाई गईं। इतना ही नहीं, इन्हीं मोबाइलों से जुड़े 328 आधिकारिक मामले (FIR) भी विभिन्न राज्यों में दर्ज हैं, जो इस गिरोह के राष्ट्रव्यापी संचालन की पुष्टि करता है।
पूछताछ और जांच में पता चला कि यह गिरोह किसी एक तरीके से नहीं, बल्कि कई अलग-अलग हथकंडों से लोगों को फंसाता था। आरोपी फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल बनाकर लोगों से दोस्ती करते, सेक्सटॉर्शन के जरिए ब्लैकमेल करते, और ऊंचे रिटर्न का लालच देकर फर्जी निवेश योजनाओं में पैसा लगवाते थे।
ये ठग खुद को वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, सरकारी अफसर या बैंक कर्मचारी बताकर भी लोगों को डरा धमकाकर या झांसा देकर पैसे ऐंठ लेते थे।
आरोपियों के खिलाफ अकेले हरियाणा के विभिन्न जिलों में ही 16 मामले दर्ज पाए गए हैं। इनमें से दो मामले गुरुग्राम के साइबर अपराध थाना पूर्व में और पांच मामले साइबर अपराध थाना दक्षिण में पंजीकृत हैं।
पुलिस ने गिरफ्तार किए गए सभी 19 आरोपियों की पहचान कर ली है, जिनमें सागर, अभिषेक, अरविंद, निशांत, अनंत चौबे, जानवी, मोहम्मद आविद, पीयूष, चेतन, देव सिंह, अल्ताफ अंसारी, नितिन, अरुण, मोनी, जूही, किरण, सिमरन और हिमांशु आविद शामिल हैं।
सहायक पुलिस आयुक्त (साइबर अपराध) प्रियांशु दीवान ने बताया कि साइबर ठगों के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार जारी है। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा, “अगर कोई व्यक्ति साइबर ठगी का शिकार होता है, तो उसे बिना देरी किए www.cybercrime.gov.in पोर्टल पर या हेल्पलाइन नंबर 1930 पर इसकी सूचना देनी चाहिए।
अगर समय रहते ठगी की जानकारी दी जाती है, तो पुलिस के पास उस राशि को फ्रीज कराने का विकल्प होता है। हमारी टीमें त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”