कितनी सुरक्षित हैं गुरुग्राम की हाईराइज बिल्डिंग, जांच की मांग
Gurugram News Network- सेक्टर-109 चिंटल पैराडिसो सोसाइटी में 10 फरवरी को हुए हादसे ने हाईराइज सोसाइटी में रहने वाले लोगों की नींद उड़ा दी है। सोसाइटी तैयार होने के बाद भले ही इनकी जांच के बाद सुरक्षित होने का प्रमाण पत्र भी इन्हें दिया गया हो, लेकिन अब लोग इनकी दोबारा जांच करने की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर रविवार शाम को नए गुरुग्राम की सोसाइटियों के निवासियों ने बैठक की। बैठक में बिल्डर के साथ-साथ उन अधिकारियों पर भी कार्रवाई की मांग की गई जिन्होंने इन सोसाइटियों के प्रमाण पत्र जारी करने में अपनी भूमिका निभाई। इसके साथ ही उन अधिकारियों पर भी कार्रवाई की मांग की गई जिन्होंने सोसाइटी निवासियों की शिकायतों को अपनी फाइलों में दबा दिया। लोगों का कहना है कि यदि उनकी सोसाइटियों की जल्द ही IIT टीम से स्ट्रक्चरल ऑडिट शुरू नहीं हुई तो वह सड़कों पर उतरने को मजबूर हो जाएंगे।
यूनाइटेड एसोसिएशन ऑफ न्यू गुरुग्राम के प्रधान प्रवीण मलिक ने बताया कि चिंटल पैराडिसो सोसाइटी को भी ओसी व सोसाइटी के सुरक्षित होने का प्रमाण पत्र दिया गया था, लेकिन सोसाइटी में हुई घटना ने स्पष्ट कर दिया कि अधिकारी भी बिल्डर के हाथों की कठपुतलियां हैं। बिल्डरों ने अपनी मनमर्जी कर सोसाइटी की सभी खामियों को अधिकारियों से नजरअंदाज करा दिया। उन्होंने कहा कि हादसे के बाद रविवार को जिले में मुख्यमंत्री मनोहर लाल व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला गुरुग्राम में आए थे, लेकिन उन्होंने मौके पर जाने की जहमत नहीं उठाई।
उन्होंने बताया कि सेक्टर-58 से 115 के बीच बनी सोसाइटियों के निर्माण में बिल्डरों ने घटिया मटेरियल का प्रयोग किया है। यही कारण है कि आए दिन सोसाइटी की छत से प्लास्टर गिर रहा है। रविवार को भी रहेजा अथर्व सोसाइटी में प्लास्टर व व एसी यूनिट गिरने का मामला सामने आया है। ऐसे में अब लोगों के मन में डर और अधिक बढ़ गया है। लोगों का कहना है कि सोसाइटियों की घटिया हालत की शिकायत यदि DTP कार्यालय में करते हैं तो करीब तीन महीने पर शिकायतें लंबित रहती हैं। वर्तमान हालात को देखते हुए उन्हें यह लगता है कि इस शिकायत पर कार्रवाई होने पर वह जीवित भी रह पाएंगे अथवा नहीं। इन सोसाइटियों में करीब 5 लाख लोग रहते हैं जिनकी जान को खतरा बना हुआ है।
रविवार को लुम्बिनी ब्रिस्क सोसाइटी में हुई बैठक में करीब 50 सोसाइटियों के RWA पदाधिकारियों ने भाग लिया। उन्होंने प्रशासन द्वारा बिल्डर के खिलाफ दर्ज कराई गई FIR पर भी असंतुष्टि जाहिर करते हुए उन अधिकारियों पर भी कार्रवाई की मांग की है जिन्होंने बिल्डर को ओसी जारी की है। इसके साथ ही उन्होंने सेक्टर-58 से 115 तक की सोसाइटियों की स्ट्रक्चरल ऑडिट की मांग की है। उन्होंने कहा कि जल्द ही वह इस बाबत DC को ज्ञापन सौंपेंगे और ऑडिट कराने की मांग करेंगे ताकि उन्हें यह पता लग पाए कि जिस सोसाइटी में वह रह रहे हैं वह कितनी सुरक्षित है। जल्द ही ऑडिट शुरू नहीं हुई तो सोसाइटी निवासी सड़कों पर उतर जाएंगे। वहीं मामले में गुरुग्राम DC निशांत कुमार यादव ने कहा कि इन सोसाइटियों की जांच जल्द ही शुरू कर दी जाएगी।