रजनीकांत ने डी गुकेश से भेंट की।
हाल ही में, गुकेश और उनके माता-पिता ने चेन्नई में सुपरस्टार रजनीकांत से मुलाकात की। गुकेश ने अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट पोस्ट की, जिसमें वह रजनीकांत के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। गुकेश डी ने शतरंज में सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन बनकर इतिहास रच दिया। 11 साल बाद भारत में शतरंज चैंपियनशिप वापस लाने वाले इस युवा को अब पूरे देश से प्रशंसा मिल रही है।
“सुपरस्टार रजनीकांत सर, आपकी शुभकामनाओं और समय देने के लिए धन्यवाद,” उन्होंने लिखा। आपकी सलाह और समय हमारे लिए बहुत कीमती है।”
इसके बाद गुकेश ने शिवकार्तिकेयन से भी मिले। अभिनेता ने उन्हें एक सुंदर घड़ी दी। गुकेश ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “शिवकार्तिकेयन सर के साथ शानदार समय बिताया।” उन्होंने इतने व्यस्त होने के बावजूद हमारे साथ समय बिताया।”
गुकेश ने अपनी जीत के बाद बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन, मोहनलाल और महेश बाबू से शुभकामनाएं प्राप्त की हैं। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बधाई दी है। 12 दिसंबर 2024 को सिंगापुर में हुए एक दिलचस्प फिनाले में, गुकेश ने सबसे कम उम्र के शतरंज विश्व चैंपियन बनने का खिताब जीता।
इस मुलाकात के दौरान रजनीकांत ने शतरंज की रणनीति और मानसिक स्थिति के बारे में भी बात की। उनका मानना था कि शतरंज न केवल शारीरिक कौशल का खेल है, बल्कि यह मानसिक शांति और रणनीतिक सोच को भी उत्तेजित करता है। रजनीकांत ने इस खेल की बारीकियों के बारे में अपने विचार साझा करते हुए कहा, “हर चाल की सोच और उसकी गहरी रणनीति जीवन में भी लागू होती है। यह शतरंज की सबसे बड़ी खूबी है।
गुकेश, जो पिछले कुछ सालों में शतरंज में अपनी अद्वितीय प्रतिभा से दुनिया भर में नाम कमा चुके हैं, रजनीकांत से मिले आशीर्वाद और प्रेरणा से अभिभूत थे। उनकी मुलाकात ने यह दिखा दिया कि खेल और सिनेमा का अद्वितीय मेल भी प्रेरणा का एक बड़ा स्रोत हो सकता है।
इस मुलाकात ने यह भी साबित कर दिया कि रजनीकांत का सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री में ही नहीं, बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी बड़ा प्रभाव है। उन्होंने हमेशा न केवल मनोरंजन, बल्कि खेल और शिक्षा के क्षेत्र में भी युवा पीढ़ी को प्रेरित किया है। डी गुकेश की यह मुलाकात रजनीकांत से उनके जीवन और करियर में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है।
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