Gurugram में बारिश का कहर: शहर डूबा,प्रशासन के दावे हुए हवा-हवाई!
बारिश ने सबसे पहले उन स्थानों पर प्रशासन के दावों को झूठा साबित किया, जहां सबसे ज्यादा तैयारी करने की बात कही गई थी। एनएच 48 पर नरसिंगपुर में सर्विस लेन की स्थिति पिछले सालों जैसी ही नजर आई

Gurugram : गुरुवार दोपहर हुई मूसलाधार बारिश ने साइबर सिटी गुरुग्राम की सूरत बिगाड़ दी। मानसून पूर्व नेताओं और अधिकारियों द्वारा किए गए जल निकासी और तैयारियों के तमाम दावे इस एक बारिश में ही धो दिए गए। शहर की सड़कें दरिया बन गईं और लोग घंटों जाम में फंसे रहे, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया।

बारिश ने सबसे पहले उन स्थानों पर प्रशासन के दावों को झूठा साबित किया, जहां सबसे ज्यादा तैयारी करने की बात कही गई थी। एनएच 48 पर नरसिंगपुर में सर्विस लेन की स्थिति पिछले सालों जैसी ही नजर आई, जहां तीन से चार फीट तक पानी भर गया। सुभाष चौक के पास तो नजारा ऐसा था कि बच्चों ने बारिश के पानी से भरी सड़क को ही स्विमिंग पूल बना दिया। शहर की शायद ही कोई ऐसी सड़क या गली बची हो, जहां अधिकारियों के दावे पानी में न बहे हों।

बारिश के दौरान शहरवासियों का गुस्सा सोशल मीडिया पर भी खूब देखने को मिला। नगर निगम से लेकर विधायक, मंत्री और सांसद तक को लोगों ने आड़े हाथों लिया और जमकर खरी-खोटी सुनाई। हर तरफ जलभराव और ट्रैफिक जाम की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे थे, जो शहर की बदहाल व्यवस्था की पोल खोल रहे थे।

तेज बारिश ने गुरुग्राम की रफ्तार पर पूरी तरह ब्रेक लगा दिया। शहर के कई हिस्सों में भीषण जलभराव के कारण ट्रैफिक व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई। अंदरूनी सड़कों से लेकर हाईवे तक कई किलोमीटर लंबी वाहनों की कतारें देखने को मिलीं। बुधवार देर रात से एनसीआर में हो रही बारिश ने गुरुग्राम का बुरा हाल कर दिया है।
अब तक जलभराव के हालात आमतौर पर दिल्ली-गुरुग्राम हाइवे या मुख्य सड़कों पर ही देखने को मिलते थे, लेकिन इस बार की बारिश ने द्वारका एक्सप्रेसवे को भी अपनी चपेट में ले लिया। गुरुवार सुबह से हुई मूसलाधार बारिश के चलते पहली बार द्वारका एक्सप्रेसवे के पास सेक्टर-104 स्थित सर्विस लेन पर भारी पानी जमा हो गया, जिसने गुरुग्राम की जल निकासी व्यवस्था की खामियों को उजागर कर दिया। कॉलोनियों और प्रमुख सड़कों पर तो भीषण पानी भरा ही था, लेकिन हाईवे भी इससे अछूता नहीं रहा।
सुभाष चौक, दिल्ली-जयपुर हाईवे और उसकी सर्विस लेन पर पानी का स्तर तीन फीट से ऊपर पहुंच गया, जिससे कई गाड़ियां बीच सड़क पर बंद हो गईं और वाहन चालकों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। शीतला माता रोड पर तो स्थिति और भी खराब थी, जहां चार फीट तक पानी भर गया।

सेक्टर-4, 7, 9, 9ए, 10, 10ए, 15, 15ए, 31, 38, 39, 40, 46, 55-56, सुशांत लोक समेत पुराने गुरुग्राम के बस स्टैंड, डूंडाहेड़ा, पटौदी रोड, हीरो होंडा चौक, उमंग भारद्वाज चौक – हर जगह पानी ही पानी नजर आया।

तेज बारिश के चलते सरकारी कार्यालयों और स्कूलों में अवकाश होने से करीब 50% लोग घरों में ही रहे, लेकिन निजी कार्यालयों में जाने वालों को दोहरी मुसीबत का सामना करना पड़ा। दिल्ली-जयपुर हाईवे पर सुबह से ही लंबा ट्रैफिक जाम लगा रहा, जिससे उन्हें घंटों अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए संघर्ष करना पड़ा। यह बारिश एक बार फिर गुरुग्राम के शहरी नियोजन और जल निकासी प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े करती है
