Gurugram News Network- मुंबई का मोस्ट वांटेड अपराधी 22 वर्षीय मोहम्मद मोइन को रेलवे प्रोटेशन फोर्स की गुरुग्राम टीम ने चलती ट्रेन में गिरफ्तार किया है। मुंबई पुलिस इस शातिर अपराधी की लोकेशन ट्रैक कर रही थी। यह अजमेर से बरेली जाने के लिए इस ट्रेन में सवार हुआ था। टौदी रोड के पास इसने अपना मोबाइल ऑन किया तो मुंबई पुलिस ने पहले अजमेर, जयपुर फिर रेवाड़ी आरपीएफ को इसकी जानकारी दी, लेकिन तक तक ट्रेन स्टेशन से निकल चुकी थी। पटौदी रोड रेलवे स्टेशन के पास आरोपी की लोकेशन मिलने के बाद गुरुग्राम आरपीएफ को सूचना दी गई जिसके बाद आरपीएफ प्रभारी इंस्पेक्टर नितिन मेहरा ने टीम का गठन कर आरोपी को दबोच लिया। आरोपी के कब्जे से 19700 रुपए नकद व चोरी का एपल व वन प्लस मोबाइल बरामद किया है। पूछताछ में उसने मुंबई में चोरी, लूट, मारपीट व जान से मारने की धमकी देने के मामलों में शामिल होना बताया है। मुंबई में आरोपी के खिलाफ कई थानों में मामले दर्ज हैं।
मोइन को गिरफ्तार किए जाने की सूचना आरपीएफ ने मुंबई पुलिस को दे दी है। मुंबई के गाेवंडी थाने से एसआई अमर चेडी अपनी टीम के साथ गुरुग्राम रेलवे स्टेशन पहुंचे और देर रात उसे आरपीएफ ने मुंबई पुलिस के हवाले कर दिया। प्रभारी नितिन मेहरा ने बताया कि मोइन बरेली का रहने वाला है और वह अजमेर दरगाह गया था। तीन दिन तक वहां रुकने के बाद बरेली जा रहा था। मुंबई पुलिस के मुताबिक, मोइन के खिलाफ पुलिस स्टेशन खार, ट्रोम्बे, गोवंडी में लूट के मामले दर्ज हैं।
पुलिस के मुताबिक, तीन दिन तक अजमेर में रहने के बाद उसने आला हजरत एक्सप्रेस में बरेली की थर्ड ऐसी कोच की टिकट बुक कराई थी। ट्रेन में बैठने के बाद उसने मोबाइल ऑन कर लिया। सर्विलांस पर होने की वजह से मुंबई पुलिस को उसकी लोकेशन मिल गई जो रनिंग में थी। पुलिस को मोइन के पहले बस या किसी कार में होने की जानकारी मिली, लेकिन रेलवे ट्रैक और स्टेशनों की लोकेशन से पता लगा कि वह ट्रेन में है। आरपीएफ प्रभारी नितिन मेहरा ने बताया कि आरोपी के बारे में सूचना मिलते ही उन्होंने टीम का गठन कर दिया। सैकड़ों यात्रियों के बीच से उसे पकड़ना मुश्किल था। गाड़ी पटौदी रोड रेलवे स्टेशन से निकल चुकी थी और उनके पास केवल 20 मिनट का समय था इसलिए उन्होंने सभी टिकट चेकर का नंबर लेकर नाम वेरिफाई कराया जिसके बाद मोइन के बी-5 कोच में होने के बारे में पता लगा। नाम गलत भी होने की आशंका होने के कारण सावधानी बरती गई और पूरे स्टेशन पर आरपीएफ को लगाया गया। जैसे ही ट्रेन गुरुग्राम स्टेशन पर रुकी वैसे ही आरोपी को पकड़ लिया गया।
प्रारंभिक पूछताछ में मोइन ने बताया कि वह मुंबई से जनरल टिकट लेकर 11 मार्च को अजमेर पहुंचा था। उसने अपना मोबाइल नंबर भी बंद किया हुआ था। इसी वजह से पुलिस उसे ट्रेक नहीं कर पाई। अजमेर आने के बाद उसने अपना मोबाइल ऑन कर लिया। मुंबई पुलिस के पास चोरी के एपल व वन प्लस मोबाइल का नंबर था जिसे सर्विलासं पर लगाया हुआ था। उसकी लोकेशन मिलते ही पुलिस अजमेर पहुंच गई थी, लेकिन तीन दिन तलाश के बाद भी उसका कोई सुराग हाथ नहीं लगा था।