Jind IPS Case – Youtube चैनल चलाने वाले के खिलाफ केस दर्ज, SHO की शिकायत पर हुई कार्रवाई
यौन शोषण के आरोपों में फंसे IPS अफसर सुमित कुमार मंगलवार को फरीदाबाद में महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया के सामने पेश हुए। उन्होंने चेयरपर्सन से कहा कि मुझ पर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं, मैं निर्दोष हूं। मामले की जांच कर रही फतेहाबाद की SP आस्था मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रेनू भाटिया से बात की।
Gurugram News Network – जींद एसपी सुमित कुमार के खिलाफ यौन शोषण मामले में सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बदनाम करने की नियत मामले में जींद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। महिला थाना की SHO ने शिकायत में लिखा कि मेरे संज्ञान में आया है कि 2 दिन पहले जींद ब्रेकिंग न्यूज सोशल मीडिया चैनल पर बदनाम करने की नीयत से चैनल के एडमिन ने अन्य लोगों के साथ मिलकर महिला पुलिस कर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार किया और यौन शोषण की शिकायत से संबंधित झूठी पोस्ट वायरल की।
पोस्ट में मेरे और उच्च अधिकारियों पर झूठे आरोप लगाए गए। जबकि इस मामले की जांच फतेहाबाद की SP कर रही हैं। अभी तक 19 महिला पुलिस कर्मचारियों के बयान दर्ज हो चुके हैं। अभी तक शिकायत से संबंधित कुछ भी सामने नहीं आया है। 2 दिन पहले जो शिकायत की कॉपी पोस्ट की गई थी,उस पर किसी के साइन भी नहीं थे।
कुछ समय बाद महिला पुलिस कर्मचारियों के फर्जी साइन कर एक और शिकायत पोस्ट की गई। सब कुछ बदनाम करने की नीयत से किया गया। चैनल के एडमिन पर पहले भी इस प्रकार की शिकायतें करके पुलिस, सिविल अधिकारियों और कर्मचारियों से पैसे का एक्सटॉर्शन करने का आरोप लगाया है।
वहीं दूसरी और यौन शोषण के आरोपों में फंसे IPS अफसर सुमित कुमार मंगलवार को फरीदाबाद में महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया के सामने पेश हुए। उन्होंने चेयरपर्सन से कहा कि मुझ पर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं, मैं निर्दोष हूं। मामले की जांच कर रही फतेहाबाद की SP आस्था मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रेनू भाटिया से बात की।
उन्होंने कहा कि वह खुद 5 महिला पुलिस कर्मचारियों से 7 नवंबर को बातचीत करेंगे। SP का कहना है कि एक यूट्यूबर पर शक है। उसे पुलिस को पकड़ने के लिए कहा जाएगा, क्योंकि वह लापता है। मेल आईडी से डेढ़ मिनट के अंदर 2 लेटर आए थे। एक लेटर में कहा गया कि हम (पुलिस कर्मचारी) आने को तैयार हैं। दूसरे लेटर में कहा गया है कि SP ने माफी मांगी है।
महिला आयोग की चेयरपर्सन से मिलने के बाद IPS अफसर ने कहा कि जिस तरह के आरोप लगाए गए हैं, उनमें कोई सच्चाई नहीं हैं। ये एक साजिश है। मैंने अपना पक्ष आयोग के सामने रख दिया है। जिस ईमेल से चिट्ठी वायरल हुई, वह आईडी सिर्फ डेढ़ मिनट के लिए बनी और डिलीट हो गई। पहले चिट्ठी में किसी के साइन नहीं थे। दूसरी चिट्ठी में 7 के साइन थे।
जांच अधिकारी ने महिला पुलिस कर्मचारियों से बात की, मेरे खिलाफ कुछ सामने नहीं आया। इसके बाद एक और चिट्ठी वायरल हुई कि मैं धमका रहा हूं। कोई जींद ब्रेकिंग नाम से यूट्यूबर है, उसके ग्रुप में आई। अभी यही नहीं पता कि ये चला कौन रहा है। जो आदमी खबर डाल रहा है, वही बैठकर चिट्ठी लिख रहा है। महिला पुलिस कर्मियों की शिकायत से जुड़ी चिट्ठी वायरल के आरोप में जींद ब्रेकिंग नाम के सोशल मीडिया पेज के एडमिन और अन्य के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है।