Gurugram News Network – गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (GMDA) द्वारा बनाए जाने वाले 100-100 MLD के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को शुरू होने में अभी समय लगेगा। ऐसे में इस गर्मी के मौसम में भी लोगों को पेयजल किल्लत का सामना करना पड़ेगा। इस किल्लत का सबसे ज्यादा सामना नए गुरुग्राम निवासियों को करना पड़ सकता है। हालांकि अधिकारी दूसरे स्रोतों से पेयजल का इंतजाम करने का दावा कर रहे हैं, लेकिन हर बार की तरह इस गर्मी के मौसम में भी लोगों को परेशानी हो सकती है।
GMDA के एक्सईएन अभिनव वर्मा ने बताया कि सर्दी के मौसम में पेयजल की डिमांड 300 MLD के आसपास रहती है। अब मौसम में परिवर्तन होने के बाद शहर में पेयजल की मांग बढ़ती जा रही है। गर्मी का पीक होने तक यह मांग साढ़े 600 MLD तक पहुंच जाएगा, लेकिन जिले को विभाग की तरफ से अधिकतम 570 MLD पानी ही सप्लाई किया जा सकता है। अधिकारियों ने बताया कि चंदू बुढेड़ा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से अधिकतम 300 MLD पानी की आपूर्ति की जा सकती है जबकि बसई प्लांट से अधिकतम 270 MLD पेयजल आपूर्ति किया जा सकता है।
चंदू प्लांट की क्षमता बढ़ाकर 400 MLD किए जाने का कार्य चल रहा है, लेकिन यह कार्य दिसंबर अंत तक पूरा होगा। ऐसे में इस गर्मी के मौसम में लोगों को अधिकतम 570 MLD पानी ही मिल पाएगा। अगले साल गर्मी में इसकी क्षमता बढ़ जाएगी। वहीं, इसके अलावा एक अन्य 100 MLD का प्लांट भी बनाया जा रहा है जिसका टेंडर प्रोसेस शुरू हो गया है। इसके बन जाने के बाद गुरुग्राम में पेयजल आपूर्ति की क्षमता वर्तमान की 570 MLD से बढ़कर 770 MLD तक पहुंच जाएगी।
उन्होंने बताया कि अनुमान के मुताबिक, वर्तमान में गुरुग्राम की आबादी 32 लाख के आसपास है। समय के साथ इसमें इजाफा हो रहा है। इस पेयजल आपूर्ति को सुचारू करने के लिए पब्लिक हेल्थ, HSIIDC, नगर निगम द्वारा अपने स्तर पर नलकूपों से भी पेयजल आपूर्ति की जा रही है।
ऐसे में शहरवासियों को गर्मी के पीक के दौरान भी पेयजल किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा। जिन स्थानों पर पेयजल किल्लत की संभावना बनेगी वहां पर टैंकर से भी पानी पहुंचाया जाएगा। आपको बता दें कि गर्मी के दिनों में गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड, सेक्टर-72, 73, 55, 56, 58, 59 सहित सेक्टर-62 से 70 को पेयजल किल्लत का सबसे अधिक सामना करना पड़ता है।