Gurugram News Network - वक्फ बोर्ड को सेक्टर-23ए में जमीन अलॉट किए जाने के विरोध में शुक्रवार को सैकड़ों लोगों ने जिला उपायुक्त कार्यालय का रुख कर लिया। यहां लोगों ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए वक्फ बोर्ड को जमीन अलॉट रद्द किए जाने की मांग की। लोगों का आरोप है कि जब इस क्षेत्र में मुस्लिम आबादी ही नहीं है तो यहां ईदगाह, मस्जिद अथवा कब्रिस्तान बनाने का कोई औचित्य ही नहीं है।
भाजपा जिला महामंत्री महेश यादव, निगम पार्षद पति राकेश यादव, वीएचपी जिला उपाध्यक्ष राजेश अवस्थी, रोहित यादव, वीरेंद्र यादव, अमित, मलखान सिंह, दयानंद यादव समेत अन्य ने बताया कि इस मामले को लेकर वह मुख्यमंत्री के पूर्व ओएसडी जवाहर यादव से मिले थे। इसके बाद उन्होंने जिला उपायुक्त निशांत यादव के कार्यलय का रुख कर लिया। यहां करीब 150 ग्रामीण पहुंचे जिन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में मुस्लिम समाज का एक भी व्यक्ति नहीं रहता। ऐसे में घनी आबादी के बीच अस्पताल की साइट पर विभाग कोई जमीन अलॉट नहीं कर सकता। लोगों ने आरोप लगाया कि यहां करोड़ों रुपए की जमीन पर जबरन कब्जा किया जा रहा है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पिछले एक सप्ताह से स्थानीय लोगों को गुमराह करके यहां निर्माण कार्य किया जा रहा है। यहां उन्हें चिल्ड्रन पार्क बनाए जाने की बात कही गई, लेकिन बाद में उन्हें पता लगा कि यहां मस्जिद अथवा कब्रिस्तान बनाया जाएगा।
वीरवार को जब स्थानीय लोगों को इस बारे में पता लगा तो उन्होंने मौके पर पहुंचकर काम रुकवा दिया। इसके बाद शुक्रवार को सुबह जिला उपायुक्त कार्यालय का रुख किया और उक्त अस्पताल की जमीन पर वक्फ बोर्ड को न दिए जाने की मांग की। वहीं, मामले में जिला उपायुक्त निशांत यादव ने बताया कि कार्य को रुकवा दिया गया है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को जमीन दूसरे स्थान पर दिए जाने के लिए कहा गया है।