Gurugram News Network – गुरुग्राम पुलिस की बादशाहपुर थाने की टीम ने तराज़ू की चाबी से एक साल पुराना ब्लाइंड मर्डर सुलझा लिया है । हत्या के आरोप में एक आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है । एक साल बाद सुलझे इस मर्डर केस ने पुलिस को बहुत उलझाया लेकिन कहते है ना कि कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं और कोई भी अपराधी कानून से बच नहीं सकता है । इस केस में भी कुछ ऐसा ही हुआ ।
दरअसल पिछले साल 27 सितंबर को गुरुग्राम के एसपीआर रोड़ पर पेट्रोल पंप के पास सड़क पर एक 33 वर्षीय व्यक्ति की लाश मिली, मृतक के चेहरे पर ईंट पत्थर से चोट मारी गई थी । पुलिस ने लाख कोशिशे की लेकिन मृतक की पहचान नहीं हो पाई । जहां पर लाश मिली उसी के पास पुलिस को एक कार की चाबी भी बरामद हुई इसके अलावा मृतक के पास से किसी प्रकार के कागजात नहीं मिल पाए जिसकी वजह से मृतक की पहचान ही नहीं हो पाई ।
कुछ महीने पहले बादशाहपुर थाने का प्रभार इंस्पेक्टर सतीश को सौंपा गया । जब उनके संज्ञान में आया कि पिछले साल एसपीआर रोड़ पर ब्लाइंड मर्डर केस अभी तक नहीं सुलझ पाया है तो इंस्पेक्टर सतीश ने जांच अधिकारी से मामले से जुड़े हुए सभी दस्तावेज और सुबूत मंगवाए । सुबूतों में मृतक के पास से प्राप्त हुई कार की चाबी भी मंगवाई गई । जब इंस्पेक्टर ने चाबी देखी तो वो देखते ही पहचान गए कि ये कार की चाबी नहीं बल्कि कबाड़ियों द्वारा तराजू को इस्तेमाल की जाने वाली चाबी है ।
इस पर इंस्पेक्टर ने इस चाबी की वीडियो और फोटो के गुरुग्राम के सभी कबाड़ियों को शेयर कर दी जिसके बाद पांच दिन पहले ही इस चाबी को मृतक के भाई ने पहचान लिया । जब उसने पुलिस से संपर्क किया तो मृतक की फोटो देखकर वो पहचान गया कि ये शव बरेली निवासी उसके भाई आशू अली का है । पुलिस को आशू के भाई ने जानकारी दी कि उसका भाई सेक्टर 45 में अपनी पत्नी के साथ रहता था और कबाड़ी का काम करता था । जब पुलिस ने मृतक की पत्नी से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसका पति पिछले साल से गायब है और उसके पास नहीं आया ।
मृतक आशू की पत्नी ने पुलिस को जानकारी दी कि उसके पति आशू को आखिरी बार मेरठ निवासी 40 वर्षीय फिरोज अहमद उर्फ पहलवान नाम का कबाड़ी अपने साथ ले गया था जिसके बाद उसका पति कभी वापिस नहीं आया । इसके बाद उसने पुलिस में भी इसकी जानकारी नहीं दी । जब पुलिस फिरोज अहमद उर्फ पहलवान को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पहलवान ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया और पुलिस को बताया कि सितंबर 2022 में आशू जब अपने घर आया तो वो भी उसके घर की छत पर मौजूद था । इसी बात को लेकर दोनों में कहा सुनी हो गई और दोनों सेक्टर 45 अपने घर से दूर चले गए ।
आरोपी ने पुलिस को बताया कि आशू ने फिरोज अहमद को ये कहते ही मारपीट करनी शुरु कर दी कि तेरे मेरी पत्नी से अवैध संबंध हैं । इसी मारपीट में आशू के सिर पर चोट लग गई और उसकी मौत हो गई तो पहलवान ने आशू के शव को गाड़ी में डालकर एसपीआर रोड़ पर फेंक दिया ।
एक साल बाद ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझने के बाद बादशाहपुर पुलिस थाने की टीम ने राहत की सांस ली । पुलिस ने अब आरोपी फिरोज अहमद उर्फ पहलवान को जिला न्यायालय में पेश किया जहां से उसे पुलिस रिमांड में भेज दिया जहां पुलिस उससे आगे की पूछताछ कर रही है ।