Gurugram: नगर निगम का नया मुख्यालय फंसा अधर में,किराए पर करोड़ों का खर्च
नए भवन में मेयर, डिप्टी मेयर, आयुक्त कार्यालयों के साथ-साथ एक काउंसिल हॉल, कॉन्फ्रेंस रूम और 700 सीटों का ऑडिटोरियम जैसी अत्याधुनिक सुविधाएँ होंगी। बेसमेंट में 400 से अधिक कारों और 250 दोपहिया वाहनों की पार्किंग की भी व्यवस्था होगी। उम्मीद की जा रही है कि बजट वृद्धि की फाइल जल्द ही मंजूर हो जाएगी

Gurugram News Network – गुरुग्राम नगर निगम का अपना कार्यालय भवन, जो व्यापार सदन में निर्माणाधीन है, साढ़े तीन साल बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। यह प्रोजेक्ट, जो मार्च 2025 तक तैयार होना था, अब अपनी अनुमानित लागत से 50 करोड़ रुपये बढ़कर 180 करोड़ रुपये का हो गया है।
हैरानी की बात यह है कि इसकी 50% से भी कम काम पूरा हो पाया है, और इसके पूरा होने में अभी कम से कम एक साल का और समय लगने की संभावना है।
देरी का मुख्य कारण भवन के डिज़ाइन में किया गया बदलाव बताया जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार, पहले इसे नौ मंज़िल का डिज़ाइन किया गया था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर भूतल सहित दस मंज़िल कर दिया गया है। इसके साथ ही फ्लोर एरिया में भी वृद्धि की गई है। इस बदलाव से प्रोजेक्ट की लागत काफी बढ़ गई है, और बढ़ी हुई बजट की स्वीकृति फाइल अभी तक मुख्यालय से पास नहीं हो पाई है, जिसके कारण निर्माण कार्य धीमा पड़ गया है।
यह विडंबना ही है कि गुरुग्राम नगर निगम पिछले 16 सालों से सेक्टर 34 स्थित एक जर्जर किराये की बिल्डिंग में चल रहा है। इस पुरानी बिल्डिंग का किराया नगर निगम हर महीने 24 लाख रुपये और सालाना 2.88 करोड़ रुपये का भारी-भरकम भुगतान कर रहा है। यह तब है जब निगम अपना खुद का आधुनिक और पर्यावरण-अनुकूल ‘गृहा रेटिंग’ वाला भवन बनाने की तैयारी कर रहा है।
नए भवन में मेयर, डिप्टी मेयर, आयुक्त कार्यालयों के साथ-साथ एक काउंसिल हॉल, कॉन्फ्रेंस रूम और 700 सीटों का ऑडिटोरियम जैसी अत्याधुनिक सुविधाएँ होंगी। बेसमेंट में 400 से अधिक कारों और 250 दोपहिया वाहनों की पार्किंग की भी व्यवस्था होगी। उम्मीद की जा रही है कि बजट वृद्धि की फाइल जल्द ही मंजूर हो जाएगी, जिससे इस महत्वपूर्ण परियोजना को गति मिल सके और गुरुग्राम नगर निगम को आखिरकार अपनी स्थायी और आधुनिक पहचान मिल पाए।