Gurugram: यमुना को प्रदूषित करने पर तीन सोसाइटियों पर दर्ज होगी FIR, GMDA ने भेजी शिकायत
जीएमडीए ने इस पर कड़ा संज्ञान लेते हुए तीनों सोसाइटियों के प्रबंधन व आरडब्ल्यूए के खिलाफ मामला दर्ज करवाने के लिए गुरुग्राम पुलिस को शिकायत दी है।

Gurugram News Network – गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) की जांच में सामने आया है कि सेक्टर-67 में स्थित तीन सोसाइटी विक्ट्री वैली सोसाइटी, बेस्टेक पार्क व्यू स्पा नेक्स्ट और अंसल एसेंसिया से बिना शोधित किए पानी को मास्टर ड्रेन में डाला जा रहा है। इस कारण यमुना प्रदूषित हो रही है।
जीएमडीए ने इस पर कड़ा संज्ञान लेते हुए तीनों सोसाइटियों के प्रबंधन व आरडब्ल्यूए के खिलाफ मामला दर्ज करवाने के लिए गुरुग्राम पुलिस को शिकायत दी है।
सोसाइटियों द्वारा उत्पन्न सीवेज को ड्रेनेज नेटवर्क में अवैध रूप से छोड़ने का कार्य माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों का उल्लंघन करता है, जिसमें कहा गया है कि किसी भी सीवेज को मास्टर स्टॉर्म वाटर ड्रेन में नहीं छोड़ा जाना चाहिए क्योंकि गुरुग्राम के सभी बरसाती ड्रेन नजफगढ़ ड्रेन से जुड़े हुए हैं जो आगे यमुना नदी से जुड़ा हुआ है। मास्टर स्टॉर्म वाटर ड्रेन में छोड़ा गया कोई भी सीवेज अंततः यमुना नदी में जाता है और इस तरह नदी को प्रदूषित करता है।
जीएमडीए से इंफ्रा-2 के कार्यकारी अभियंता विक्रम सिंह ने कहा कि तीनों आवासीय सोसाइटियों के प्रबंधन से कई बार अनुरोध किया गया है कि वे जीएमडीए के मास्टर ड्रेन से किए गए अपने अवैध सीवर कनेक्शन को काट दें। नोटिस जारी करने के बावजूद, प्रबंधन द्वारा अवैध सीवेज कनेक्शन को नहीं काटा गया है, जो जीएमडीए के मास्टर स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज नेटवर्क को प्रदूषित कर रहा है। इसलिए अगर वे स्थिति में सुधार नहीं करते हैं तो कार्रवाई की जाएगी।
अक्सर भारी मात्रा में अपशिष्ट जल बाहर निकाला जाता है, जिससे सेक्टर 67 के मुख्य मार्ग पर जलभराव की स्थिति पैदा हो जाती है, जिससे यात्रियों को असुविधा होती है। सीवेज को स्टॉर्मवॉटर ड्रेन में डालना प्रतिबंधित है, और सीवेज को उपचार संयंत्रों में भेजा जाना चाहिए। राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने इस प्रथा को रोकने के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं, जिसमें इस बात पर जोर दिया गया है कि सीवेज को उपचारित किया जाना चाहिए और संभावित रूप से पुनः उपयोग किया जाना चाहिए।
जीएमडीए से इफ्रा-2 के कार्यकारी अभियंता विक्रम सिंह ने कहा कि कोई कॉलोनाइजर बार-बार चेतावनी दिए जाने के बावजूद मुख्य स्टॉर्मवॉटर ड्रेन में अवैध सीवेज कनेक्शन बनाते हुए पाया जाता है, तो जीएमडीए इस मामले पर सख्ती से कार्रवाई करेगा।