गुरुग्राम में पकड़ी गई फ़र्ज़ी IPS अधिकारी, नोएडा-मेरठ में बन चुकी है फ़र्ज़ी IFS अधिकारी
Gurugram News Network – गुरुग्राम पुलिस द्वारा पकड़ी गई फर्जी IPS ने पुलिस रिमांड पर कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। इसके खिलाफ नोएडा व मेरठ में फर्जी तरीके से IFS अधिकारी बनने के केस दर्ज हैं, और यह पहले भी जेल जा चुकी है। फिलहाल इलाहाबाद हाई कोर्ट से जमानत पर है। पूछताछ में आरोपी महिला का असली नाम जोया खान ज्ञात हुआ है। इसके खिलाफ पहले भी 3 अन्य केस दर्ज हैं।
आरोपी महिला से पुलिस पूछताछ में यह भी बताया कि इसने गुरुग्राम पुलिस से पायलट गाड़ी लेने के लिए थाना प्रबन्धक को फर्जी कॉल करने के लिए व वॉइस बदलने के एक मोबाईल एप्लिकेशन का प्रयोग किया था। महिला द्वारा मोबाईल एप्लिकेशन के माध्यम से फर्जी कॉल करने व वॉइस बदलकर बात करने पर अभियोग में IT अधिनियम की सम्बन्धित धारा तथा महिला के कब्जा से अवैध कारतूस मिलने पर शस्त्र अधिनियम की सम्बन्धित धाराएं ईजाद (जोड़ी) की गई है।
मामले में SIT ने आरोपी महिला की निशानदेही पर उसके घर से VIP गाङी पर लगने वाली लाल व निली बती , IPS के बैज, स्टार, ATM कार्ड व अन्य दस्तावेज पुलिस हिरासत रिमांड के दौरान बरामद किए गए। पुलिस टीम द्वारा आरोपित महिला की गाड़ी की पुनः गहनता से तलाशी लेने पर गाड़ी से पिस्टलनुमा लाईटर, 07 जिन्दा कारतूस, 02 खाली खोल व एक IPS बैज बरामद हुए है। आरोपी महिला से पुलिस पूछताछ कर रही है। मामले में अभी और भी खुलासे होने की संभावना है।
आपको बता दें कि 2 फरवरी को पुलिस को एक फोन आया था। फोन करने वाले महिला ने स्वयं को IPS अधिकारी बताते हुए मानेसर के ITC ग्रैंड होटल जाने के लिए पायलट गाड़ी मांगी थी। जब पुलिस की पायलट गाड़ी एमजी रोड पर पहुंची और महिला से उसका परिचय मांगा तो वह बार-बार नाम बदलने लगी। इतना ही नहीं उसने अपना आईडी कार्ड दिखाने में भी आनाकानी की। जिसके बाद पुलिस को उस पर शक हुआ था और आला अधिकारियों को मौके पर बुलावाया गया। महिला के पास मिले लैपटॉप में कुछ संदिग्ध दस्तावेज भी बरामद हुए थे। इस मामले में डीएलएफ सेक्टर-29 थाना पुलिस ने केस दर्ज कर उसे तीन दिन के रिमांड पर लिया था। मामले में एसीपी ईस्ट डॉ कविता के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर जांच की जा रही है।