मानेसर निगम में कुर्सी की जंग: सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव विवाद हाई कोर्ट पहुंचा
कोर्ट इन चुनावों में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए कोई दिशा-निर्देश जारी करेगा? या फिर यह विवाद और लंबा खिंचेगा? इन सभी सवालों के जवाब 1 जुलाई को होने वाली सुनवाई के बाद ही साफ हो पाएंगे। बने रहें हमारे साथ अपडेट्स के लिए।

Gurugram News Network – मानेसर नगर निगम में मेयर पद पर निर्दलीय उम्मीदवार डॉ. इंद्रजीत यादव की जीत के बाद से ही सियासी पारा चढ़ा हुआ है, और अब यह गर्माहट सीधे चंडीगढ़ हाई कोर्ट तक पहुंच गई है। सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव में चल रही ‘खींचतान’ को लेकर एक आरटीआई एक्टिविस्ट ने सोमवार को हाई कोर्ट में याचिका दायर की है।
हाई कोर्ट की डबल बेंच ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए 1 जुलाई को सुनवाई का फैसला किया है।
मानेसर नगर निगम में मेयर का चुनाव तो संपन्न हो गया, लेकिन उसके बाद से ही सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के पदों पर चुनाव में लगातार देरी हो रही है। इस देरी और कथित सियासी ‘खींचतान’ ने अब एक बड़े विवाद का रूप ले लिया है।
याचिकाकर्ता, एक आरटीआई एक्टिविस्ट, ने अपनी याचिका में आरोप लगाया है कि इन चुनावों में पारदर्शिता की कमी और नियमों का उल्लंघन हुआ है। उनके अनुसार, यह स्थिति लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए सही नहीं है और इसी को लेकर उन्होंने न्यायिक हस्तक्षेप की मांग की है।
जैसे ही यह खबर सामने आई कि मामला हाई कोर्ट पहुंच गया है, गुड़गांव (गुरुग्राम) के सियासी गलियारों में भी इस चुनाव को लेकर चर्चाएं तेज़ हो गई हैं। हर कोई जानना चाहता है कि हाई कोर्ट का क्या रुख रहेगा और मानेसर नगर निगम में कब तक इन महत्वपूर्ण पदों पर चुनाव संपन्न हो पाएंगे।
यह देखना दिलचस्प होगा कि 1 जुलाई को हाई कोर्ट इस मामले में क्या निर्देश देता है और मानेसर नगर निगम में चल रही इस ‘कुर्सी की जंग’ का क्या नतीजा निकलता है। यह घटनाक्रम निश्चित रूप से हरियाणा की स्थानीय राजनीति में एक नया मोड़ लेकर आया है।
सभी की निगाहें अब हाई कोर्ट पर टिकी हैं। क्या कोर्ट इन चुनावों में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए कोई दिशा-निर्देश जारी करेगा? या फिर यह विवाद और लंबा खिंचेगा? इन सभी सवालों के जवाब 1 जुलाई को होने वाली सुनवाई के बाद ही साफ हो पाएंगे। बने रहें हमारे साथ अपडेट्स के लिए।