बिल्ली को सौंपा दूध की रखवाली का जिम्मा
Gurugram News Network- कहते हैं अगर दूध की रखवाली बिल्ली को सौंपी जाए तो परिणाम तो भुगतना पड़ता है। ऐसा ही मामला साइबर थाना पुलिस ने दर्ज किया है। ई-काॅमर्स कंपनी का सामान ले जाने वाले ट्रक के लिए डिजिटल लाॅक बनाने वाली कंपनी धानुका इलेक्ट्रोटेक के एक कर्मचारी ने फायदा उठाते हुए डिजिटल लाॅक को उसके पिनकोड के जरिए अनलाॅक कर लिया और ट्रक में से करीब 7.85 लाख रुपए का इलेक्ट्रॉनिक सामान चोरी कर लिया। शिकायत मिलने के बाद धानुका कंपनी की तकनीकी टीम ने जांच की, जिसमें कर्मचारी कुणाल का नाम सामने आया। इसके बाद धानुका की तरफ से इसकी सूचना लॉजिस्टिक कंपनी समेत पुलिस को देते हुए आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं, लॉजिस्टिक कंपनी के डायरेक्टर ने डिजिटल लाॅक बनाने वाली कंपनी के कर्मचारी समेत ड्राइवर व कंडक्टर व अन्य के खिलाफ शिकायत देकर मामला दर्ज कराया है। साइबर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस को दी शिकायत में सेक्टर-56 निवासी पराग अग्रवाल ने बताया कि वह कैमियंस लॉजिस्टिक सॉल्यूशन कंपनी के डायरेक्टर हैं। उनकी कंपनी द्वारा ई-काॅमर्स कंपनी अमेजन को सामान लाने व ले जाने के लिए ट्रक उपलब्ध कराए गए हैं। यह ट्रक जयपुर से लखनऊ के बीच चलते हैं। इन सभी ट्रक में धानुका कंपनी द्वारा दिए गए डिजिटल लाॅक लगाए गए हैं। यह लॉक पासवर्ड से ऑपरेट होते हैं। इसका पासवर्ड गाड़ी को लोड व अनलोड करते वक्त ड्राइवर के पास होता है।
10 सितंबर को जब ट्रक अमेजन के जयपुर वेयर हाउस से लखनऊ के लिए चला था जिसमें इलेक्ट्रॉनिक सामान था। 19 सितंबर को यह लखनऊ से जयपुर जा रहा था। इस दौरान धानुका कंपनी के कर्मचारी कुणाल कुमार ने अवैध रूप से इस डिजिटल लाॅक को खोला था और गाड़ी से सामान निकाल लिया था। इसमें उसका सहयोग गाड़ी के ड्राइवर गगन चतुर्वेदी व कंडक्टर राधाकांत चतुर्वेदी ने साथ दिया था। इस दौरान गाड़ी में से करीब 7.85 लाख रुपए का सामान चोरी किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि कुणाल कुमार का चोरी वाले गैंग से सीधा संपर्क है जिसमें उसका साथ ड्राइवर व कंडक्टर भी देकर कंपनी का सामान चोरी करवा रहे हैं। सामान कम पहुंचने के बारे में अमेजन कंपनी ने उन्हें 26 सितंबर को सूचित किया जिसके बाद उन्होंने धानुका इलेक्ट्रोटेक के अधिकारियों को हुए टीम बनाकर जांच की। धानुका की तकनीकी जांच में कर्मचारी कुणाल की सीधे तौर पर संलिप्तता पाई गई।
धानुका इलेक्ट्रोटेक के अधिकारी करण धवन व सौरभ शर्मा ने बताया कि लॉजिस्टिक कंपनी की तरफ से शिकायत मिलते ही इसकी तकनीकी जांच की गई। जांच के दौरान कर्मचारी कुणाल से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने धारूहेड़ा के मोहित नामक गिरोह से रुपए लेकर वारदात को अंजाम देना बताया। जिसके बाद उन्होंने कैमियंस लॉजिस्टिक सॉल्यूशन कंपनी के साथ पुलिस को शिकायत देकर आरोपी को उन्हें सौंप दिया। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।