अपराध

इलाज में लापरवाही से खफा परिजनों ने किया अस्पताल में हंगामा, लगाया जाम

Gurugram News Network- प्राइवेट अस्पतालों की मनमानी अब लोगों को मौत के मुंह तक ले जा रही है। ऐसा ही मामला बादशाहपुर के कमाल अस्पताल में सामने आया है। यहां गर्भवती की सिजेरियन डिलीवरी के दौरान लापरवाही बरतने का मामला सामने आया है। ऑपरेशन के बाद भी जच्चा का खून नहीं रुका जिसके कारण उसकी हालत गंभीर हो गई। फिलहाल जच्चा को दूसरे प्राइवेट अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। गुस्साए परिजनों ने शनिवार को अस्पताल के बाहर हंगामा किया। उन्होंने सोहना रोड को जाम भी लगा दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जाम लगा रहे लोगों को सड़क से हटा दिया। इस मामले में परिजनों ने पुलिस को अभी कोई शिकायत नहीं दी है जिसके कारण शनिवार देर शाम तक केस दर्ज नहीं किया जा सका है।

 

बादशाहपुर निवासी अंकित ने बताया कि उनकी गर्भवती भाभी कविता देवी (24) को 9 दिसंबर को बादशाहपुर के कमाल अस्पताल में डिलीवरी के लिए भर्ती कराया गया था। उसका बीपी भी हाई था। डॉक्टरों ने बीपी कंट्रोल किए बिना ही कविता की सिजेरियन डिलीवरी कर दी। ऑपरेशन करने वाली डाॅक्टर कविता को एक स्टाफ नर्स के सहारे छोड़कर चली गई। अंकित ने बताया कि डिलीवरी के बाद डाॅक्टर ने बच्चे से तो मिलने दिया, लेकिन कविता से मिलने से मना कर दिया। देर रात जब परिजनों ने कविता को ICU के बाहर से देखा तो पाया कि उसके काफी अधिक खून बह रहा है। इस बारे में स्टाफ नर्स को भी बताया गया जिसने ऑपरेशन करने वाली डाॅक्टर से फोन पर बात कर अस्पताल आने को कहा। आरोप है कि रात को डॉक्टर ने अस्पताल आने से इंकार कर दिया।

 

उन्होंने आरोप लगाया कि अगले दिन सुबह जब तक डॉक्टर आई तब तक कविता की हालत अधिक खराब हो चुकी थी। जिसके कारण वह कविता को आर्टिमिस अस्पताल ले गए। यहां अब तक कविता ICU में भर्ती है। अंकित ने बताया कि यह कोई अकेला मामला नहीं है बल्कि उनके सामने दो अन्य मामले भी आए थे। इसमें एक गर्भवती बादशाहपुर के नजदीक की रहने वाली थी जिसकी हालत बिगड़ने पर उसे आर्टिमिस अस्पताल लाया गया। यहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया था। इसके अलावा एक अन्य गर्भवती की भी कमाल अस्पताल में सिजेरियन डिलीवरी की गई जोकि दूसरे निजी अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही है।

शनिवार को दोनों पीड़ित परिवार कमाल अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। इसके साथ ही डाॅक्टरों के खिलाफ इलाज में लापरवाही बरतने के तहत कार्रवाई करने की मांग करते हुए सोहना रोड जाम कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, जिसने जाम लगा रहे लोगों को सड़क से हटाया। वहीं, इस बारे में अस्पताल प्रबंधन का पक्ष जानने के जिल उन्हें फोन किया गया तो अस्पताल प्रबंधक का मोबाइल स्विच ऑफ़ मिला। बादशाहपुर थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। फिलहाल किसी ने भी लिखित शिकायत नहीं दी है।

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