10 लाख के लालच में महिला ने PG संचालक को उतारा मौत के घाट, 50 हज़ार में दी सुपारी
एसीपी वरुण दहिया ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि आरोपी सुषमा का शटरिंग का काम है। आरोपी अनिल ने अपनी गाड़िया सुषमा के काम पर लगाई हुई हैं। आरोपी सुषमा व मृतक राजेंद्र आपस में एक-दूसरे को जानते थे। मृतक राजेंद्र ने आरोपी महिला सुषमा को कमेटी डालने के लिए 10 लाख रुपए दिए थे, सुषमा ने मृतक राजेंद्र के रुपए कमेटी में ना लगाकर खर्च कर दिए थे और मृतक राजेन्द्र को कहा कि इसने कमेटी डालने के लिए उसके (राजेन्द्र) रुपए सीमा नामक महिला को दे दिए हैं।
Gurugram News Network – दस लाख रुपयों के लेन-देन में पीजी संचालक की हत्या मामले में अपराध शाखा मानेसर ने दो महिलाएं सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए आरोपियों की पहचान सुषमा (उम्र-42 वर्ष) निवासी सेक्टर-1 आईएमटी मानेसर, गुरुग्राम व अनिल (उम्र-37 वर्ष) निवासी गांव नौरंगाबास राजपूताना जिला चरखी दादरी को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा सीमा निवासी (उम्र-48 वर्ष) निवासी डूंडाहेड़ा गुरुग्राम को डूंडाहेड़ा, गुरुग्राम से काबू किया गया।
एसीपी वरुण दहिया ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि आरोपी सुषमा का शटरिंग का काम है। आरोपी अनिल ने अपनी गाड़िया सुषमा के काम पर लगाई हुई हैं। आरोपी सुषमा व मृतक राजेंद्र आपस में एक-दूसरे को जानते थे। मृतक राजेंद्र ने आरोपी महिला सुषमा को कमेटी डालने के लिए 10 लाख रुपए दिए थे, सुषमा ने मृतक राजेंद्र के रुपए कमेटी में ना लगाकर खर्च कर दिए थे और मृतक राजेन्द्र को कहा कि इसने कमेटी डालने के लिए उसके (राजेन्द्र) रुपए सीमा नामक महिला को दे दिए हैं।
रुपयों के बारे में राजेन्द्र (मृतक) ने सुषमा को सीमा से मिलवाने के लिए कहा तो सुषमा ने अपने साथी उपरोक्त आरोपी अनिल व सीमा के साथ मिलकर राजेन्द्र (मृतक) की हत्या करने की योजना बनाई, जिसके लिए सुषमा ने सीमा को 50 हजार रुपए देने का भी वादा किया। सुषमा ने राजेन्द्र को अपने घर सैक्टर-1 IMT मानेसर में सीमा से मिलवाने के बहाने से बुलाया।
राजेन्द्र सुषमा के घर पहुँचा तो सुषमा के मकान पर अनिल व सीमा भी उपस्थित थे। समय सांय करीब 06 बजे अनिल ने सभी के लिए चाय बनाई जिसमें 03 चाय फीकी तथा एक चाय में नशीला पदार्थ डालकर राजेन्द्र (मृतक) को पिला दी और चाय पीने के बाद राजेन्द्र बेहोश हो गया तो सुषमा ने राजेन्द्र की गला दबाकर हत्या कर दी। राजेन्द्र की हत्या करने के बाद सुषमा व अनिल ने सीमा को वापस भेज दिया तथा राजेन्द्र (मृतक) की कार को हाईवे पर सर्विस लाईन पर खड़ा करके राजेन्द्र के शव को अनिल की कार में डालकर रेवाड़ी ले गए तथा शव को रेवाड़ी-नारनौल हाईवे के पास फेंककर वापस आ गए।
बता दे कि 23 नवंबर मृतक के बेटे ने पुलिस का बताया कि पिता राजेन्द्र (उम्र-52 वर्ष) इनके गांव शिकोहपुर से अपनी कार में सवार होकर सेक्टर-1 आईएमटी मानेसर में स्थित इनके पीजी पर गए थे। 23 नंवबर की सुबह तक घर नहीं आया। जब ये अपने पिता राजेन्द्र को ढूंढने के लिए गए तो आईएमटी चौक से इनके गांव की तरफ चलने पर हाईवे पर सर्विस लाईन पर इसके पिता की कार खड़ी मिली। कार बंद थी तथा इसके पिता वहां पर नहीं थे जो कहीं लापता हो गए हैं।
▪पुलिस जांच में सामने आया कि हत्या की वारदात को कोई आत्म-हत्या/कोई अन्य रूप देने के लिए तथा पुलिस व मृतक के परिजनों को गुमराह करने के लिए मृतक के मुंह में सल्फास डालने, मृतक की गाड़ी को रास्ते में लावारिश छोड़ना तथा शव को दूर ले जाकर हाइवे के किनारे फैंका था। पुलिस टीम द्वारा उपरोक्त अभियोग में हत्या से संबंधित धाराएं ईजाद (जोड़ी) की करके आरोपियों को अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया है।