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राव नरबीर ने अधिकारियों की बैठक में लगाई क्लास,दिवाली तक का दिया अल्टीमेटम
हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि गुरुग्राम स्वच्छ व सुंदर शहर बनाना मेरी प्राथमिकता है। शहर को स्वच्छ बनाना व पॉलीथिन-अतिक्रमण-जाम मुक्त शहर के एजेंडे पर हमें आगे बढऩा होगा। शनिवार को लघु सचिवालय स्थित कांफ्रेंस हॉल में अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए कही।
Gurugram News Network –शनिवार को गुरुग्राम में पहुंचे कैबिनेट मंत्री का महावीर चौक पर स्वागत किया। उसके बाद लघु सचिवालय स्थित कांफ्रेंस हॉल में अधिकारियों की बैठक में अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई गई। काम नहीं करने वाले नगर निगम,जीएमडीए और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि काम करना शुरू कर दी,नही तो दूसरी जगह तबादला करवा लें। वहीं अधिकारियों को दिवाली तक अल्टीमेटम दिया कि वह रुपये लेकर काम करना बंद कर दे,वर्ना उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए जेल भेजा जाएगा। शहर में भ्रष्टाचार बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं होगा।
हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि गुरुग्राम स्वच्छ व सुंदर शहर बनाना मेरी प्राथमिकता है। शहर को स्वच्छ बनाना व पॉलीथिन-अतिक्रमण-जाम मुक्त शहर के एजेंडे पर हमें आगे बढऩा होगा। शनिवार को लघु सचिवालय स्थित कांफ्रेंस हॉल में अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए कही। राव नरबीर सिंह हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री की शपथ ग्रहण करने के उपरांत पहली बार गुरुग्राम में अधिकारियों की बैठक लेने पहुंचे थे। डीसी निशांत कुमार यादव व सीपी विकास अरोड़ा ने कैबिनेट मंत्री का गुरुग्राम आगमन पर स्वागत किया।
राव नरबीर सिंह ने बैठक में गुरुग्राम शहर के विकास को लेकर अपना विजन और एजेंडा रखते हुए कहा कि सभी अधिकारी दीवाली तक गुरुग्राम शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए कार्य करें। गुरुग्राम शहर की सडक़ों व जलभराव को लेकर भी उन्होंने अपना विजन स्पष्ट करते हुए कहा कि सडक़ों के निर्माण या मरम्मत से पहले ड्रेनेज सिस्टम की सफाई की जाए उसके उपरांत फुटपाथ सही किए जाए तथा इसके बाद सडक़ों का सुधारीकरण किया जाए।
सडक़ों पर पानी की निकासी का सिस्टम दुरुस्त नहीं होता तब तक किसी प्रकार सुधारीकरण न किया जाए। इस कार्य में संबंधित एरिया की आरडब्ल्यूए से भी लिखित में संतुष्टि पत्र लेना होगा। गुरूग्राम को उसकी वैश्विक छवि के अनुरूप सुंदर व सुव्यवस्थित शहर बनाया जाए। ऐसे में वो अधिकारी जिनके पास दो स्थानों का चार्ज है वे दीवाली से पहले एक जगह का चार्ज छोड़ दें ताकि गुरूग्राम में विकास कार्यों को प्राथमिकता दी जा सके। उन्होंने बैठक में विभागीय अधिकारियों से कचरा एकत्रित करना,सीएंडडी वेस्ट के निस्तारण, शहर के प्रमुख सडक़ मार्गों के सुदृढ़ीकरण व सुंदरीकरण, विभिन्न क्षेत्रों में ड्रेनेज सिस्टम, अतिक्रमण, यातायात प्रबंधन को लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों से जवाबतलबी भी की।
अधिकारी कार्यशैली को सुधार करें
राव नरबीर सिंह ने चुनाव के दौरान आमजन व विभिन्न संगठनों से मिले फीडबैक के आधार पर अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि गुरुग्राम के विकास में किसी प्रकार की कोर कसर नहीं रहनी चाहिए। साथ ही जिन अधिकारियों की कार्यशैली को लेकर पब्लिक का फीडबैक सहीं नहीं है वे भी अपनी कार्यशैली में सुधार करें। उन्होंने विभागवार अधिकारियों से जवाब तलब करते हुए कहा कि गुरुग्राम एक वल्र्ड क्लास शहर है और इसके विकास को लेकर किसी भी स्तर पर कोताही नहीं होनी चाहिए। कैबिनेट मंत्री ने शहर के कुछ चिन्हित स्थानों का जिक्रकरते हुए कहा कि घाटा टी पॉइंट से राष्ट्रीय राजमार्ग 48 तक पानी की निकासी की उचित व्यवस्था की जाए। वहीं हिल्टन रोड सेक्टर 50 से गोल्फ कोर्स रोड पर भी विकास कार्यों को प्राथमिकता दी जाए। राव नरबीर सिंह ने शहर के यातायात प्रबंधन को लेकर भी पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहर को जाम मुक्त बनाने के लिए अच्छा एक्शन प्लान तैयार करें।
इंदौर व कोटा शहर से सीख लेने की दी नसीहत
कैबिनेट मंत्री ने बैठक में कहा कि स्वछता इंडेक्स में इंदौर व कोटा शहर अन्य शहरों के लिए उत्कृष्ट उदाहरण है। गुरूग्राम में भी ऐसी व्यवस्था लागू करने के लिए विकास का विजन रखने वाले अधिकारियों को इन शहरों का दौरा करवाया जाए। उन्होंने कहा कि शहर के स्वच्छता इंडेक्स में बढ़ोतरी के लिए जिला प्रशासन व आमजन को सामूहिक प्रयास करने होंगे। कैबिनेट मंत्री ने आमजन से भी आह्वान किया कि वे सरकार व प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों में सहभागी जरूर बने।
अतिक्रमण हुआ तो एसएचओ होंगे जवाबदेह
राव नरबीर सिंह ने शहर में जारी अतिक्रमण मुक्त अभियान की समीक्षा करते हुए कहा कि संज्ञान में आया है कि एनफोर्समेंट ड्राइव के उपरांत वही लोग पुन: उस स्थान पर अतिक्रमण कर रहे हैं। उन्होंने सीपी विकास कुमार अरोड़ा को निर्देश दिए कि निर्धारित स्थान पर एक बार अतिक्रमण हटाने के बाद पुन: वहां कब्जा हुआ तो इसके लिए संबंधित क्षेत्र के एसएचओ जवाबदेह होंगे।