Gurugram News Network – गुरुग्राम पुलिस की अपराध शाखा DLF फेज-4 ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो उत्तर प्रदेश के होम गार्ड बुजुर्गों के साथ मिलकर चला रहे थे। यह लोगों को झांसे में लेकर उनसे लाखों रुपए ठग ले जाते थे। आरोपियों की पहचान मेरठ के रहने वाले अरविंद, गुलबीर, सेंसरपाल, मोहम्मद सलीम उर्फ शर्मा, सुंदर चौधरी और चूरू राजस्थान के रहने वाले नरेंद्र सिंह के रूप में हुई। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि आरोपी आरोपी सेंसर पाल, गुलबीर व अरविन्द उत्तर-प्रदेश में होमगार्ड की नौकरी करते है और ये सभी आरोपी आपस में एक-दूसरे को जानते है।
आरोपी नरेन्द्र सिंह ने अपने उपरोक्त साथियों व अन्य साथी के साथ मिलकर एक योजना के तहत गुरुग्राम के एमजी रोड पर एक वारदात को अंजाम दिया था। पीड़ित व उसके परिवार के साथ अच्छे तालमेल बनाकर उन्हें अपने विश्वास में ले लिया और सस्ते दामों में गोल्ड दिलाने की झूठी कहानी बनाकर वारदात को अंजाम दिया। इन्होंने वारदात से पहले आपस मे एक-दूसरे को काम समझाते हुए एक डेमो वारदात भी की थी ताकि वारदात को अंजाम देने में कोई कठिनाई हो।
पुलिस ने बताया कि 3 सितंबर को एमजी रोड पुलिस को मनमोहन नामक व्यक्ति ने बताया कि करीब 2 साल पहले नरेंद्र राठौड़ नामक व्यक्ति से इसकी पहचान हुई थी। जिसने बताया था कि वह एमजी रोड पर एक ज्वेलरी की दुकान पर काम करता है और उसके मालिक शर्मा को काफी नुकसान हो गया जिसके कारण वह अपनी ज्वेलरी बेचना चाहता है वह (नरेंद्र) इसको सस्ते रेट पर गोल्ड दिला सकता है। नरेन्द्र ने इसको शर्मा व एक अन्य व्यक्ति माथुर से दिल्ली में मिलवाया। 26 अगस्त को शर्मा ने इसको दिल्ली में एक होटल में बुलाया, जहां पर 40 लाख की ज्वेलरी 35 लाख में लेने पर इनकी सहमति बनी।
31 दिसंबर को नरेंद्र राठौड़ इसके घर पर आया तथा यह उसके 35 लाख रुपए लेकर सहारा मॉल एम.जी. रोड में चले गए जहां पर शर्मा तथा माथुर मिले। शर्मा तथा नरेन्द्र इससे कैश लेकर गिनवाने के लिए ले गए। थोड़ी देर बाद नरेन्द्र एक बैग लेकर वापस आया और कहने लगा इस बैग में आपकी ज्वेलरी है तथा इस ज्वेलरी चैक करने के लिए शर्मा की दुकान पर चलते है। यह नरेंद्र के साथ शर्मा की दुकान की तरफ जा रहा था तो रास्ते में 4 व्यक्ति आए और नरेंद्र को रोककर उसको धमकाने लगे तथा इसको वहां से भाग जाने की धमकी दी जिसके बाद वह डर गया और वहां से भाग गया। बाद में उसे पता लगा कि नरेंद्र व उसके साथियों ने मिलकर साजिश के तहत इसको सस्ता गोल्ड दिलाने की कहानी बनाकर इससे 35 लाख रुपए ठग लिए। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर मामले को जांच के लिए डीएलएफ फेज-4 अपराध शाखा को सौंप दिया था जिसके बाद पुलिस ने इन छह आरोपियों को अलग-अलग स्थानों से काबू किया।
पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी सलीम उर्फ शर्मा के खिलाफ 3 केस दिल्ली में तथा आरोपी नरेन्द्र सिंह उपरोक्त के खिलाफ भी दिल्ली में 3 केस दर्ज हैं। मामले में आरोपी मोहम्मद सलीम उर्फ शर्मा को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।