अरावली में जंगल सफारी बनाने पर खर्च होंगे दो हजार करोड़,कंपनी ने डीपीआर तैयार की
पर्यटन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस जंगल सफारी में एक तेंदुआ पार्क तैयार करने की है। गुरुग्राम और सोहना की अरावली पर्वत श्रृंखला में तेंदुओं की संख्या अधिक है। ऐसे में इस हिस्से को जिला गुरुग्राम में बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि सफारी को बनाने में कई वर्ष लगेंगे। ये सात चरणों में बनाई जाएगी। पहले चरण को दो सालों में पूरा किया जाएगा। पर्यटन विभाग, वन विभाग, वन्य जीव विभाग, चिड़ियाघर प्राधिकरण की तरफ से इस सफारी को बनाने के लिए मिलकर काम किया जाएगा।
Gurugram News Network – अरावली पर्वत में दस हजार एकड़ में बनने वाली जंगल सफारी पर दो हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। एजेंसी के द्वारा डीपीआर तैयार की गई है। पर्यटन विभाग की तरफ से नियुक्त एजेंसी ने तैयार डीपीआर में कहा है कि इसके निर्माण पर करीब दो हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी। गुरुग्राम और नूंह जिला करीब 10 हजार एकड़ में इस सफारी को दुबई की तर्ज पर तैयार किया जाएगा।
सात नवंबर को इस सिलसिले में पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव आनंद मोहन शरण की अध्यक्षता में इस डीपीआर को लेकर बैठक हुई थी, जिसमें वन विभाग के अधिकारी मौजूद थे। अब पर्यटन विभाग की तरफ से इस डीपीआर को अध्ययन के लिए वन विभाग के सुपुर्द किया जाएगा। वन विभाग की रिपोर्ट के आधार पर जंगल सफारी के निर्माण की दिशा में अगला कदम उठाया जाएगा।
पर्यटन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस जंगल सफारी में एक तेंदुआ पार्क तैयार करने की है। गुरुग्राम और सोहना की अरावली पर्वत श्रृंखला में तेंदुओं की संख्या अधिक है। ऐसे में इस हिस्से को जिला गुरुग्राम में बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि सफारी को बनाने में कई वर्ष लगेंगे। ये सात चरणों में बनाई जाएगी। पहले चरण को दो सालों में पूरा किया जाएगा। पर्यटन विभाग, वन विभाग, वन्य जीव विभाग, चिड़ियाघर प्राधिकरण की तरफ से इस सफारी को बनाने के लिए मिलकर काम किया जाएगा।
जंगल सफारी को अलग-अलग हिस्सों में बांटने की योजना है। इसमें तेंदुआ पार्क के अलावा शाकाहारी वन्य जीव, विदेशी वन्य जीव, पक्षी उद्यान, प्राकृतिक ट्रेल, मनोरंजन स्थल, बॉयो होम्स आदि हिस्से बनाए जाएंगे।
वन्य जीव विभाग की तरफ से अरावली पर्वत श्रृंखला में तेंदुओं और अन्य जीव जंतुओं का सर्वेक्षण करवाया जा रहा है। इसकी रिपोर्ट अगले 15 दिन के अंदर आ जाएगी। अभी तक हुए सर्वे में पाया है कि गुरुग्राम और सोहना क्षेत्र में 45 तेंदुए हैं।
जंगल सफारी के लिए गुरुग्राम के गांव सकतपुर, गैरतपुर बास, शिकोहपुर, भौंडसी, घामडौज, अलीपुर, टीकली, अकलीमपुर, नौरंगपुर, बाडगुर्जर शामिल है। इस तरह नूंह में कोटा, खंडेवला, गंगानी, मोहम्मदपुर अहीर, खरक, जलालपुर, भांगो, चलका गांव में यह सफारी बनाई जाएगी। गुरुग्राम की छह हजार एकड़ तो नूंह की चार हजार एकड़ जमीन है।