Gurugram News Network – वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा लागू किए जा रहे ग्रेडिड रैस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) की पालना सुनिश्चित करने के लिए नगर निगम द्वारा गंभीरता से कार्रवाई की जा रही है। इसके तहत धूल को उड़ने से रोकने व वायु गुणवत्ता को बेहतर बनाए रखने के लिए सडक़ों व पेड़ों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है, वहीं मुख्य सडक़ों की सफाई मैकेनिकल तरीके से की जा रही है।
नगर निगम आयुक्त मुकेश कुमार आहुजा द्वारा 27 सितम्बर को आयोजित बैठक में नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे कि वे ग्रैप की पालना सुनिश्चित करने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर लें। निगमायुक्त के निर्देशों की पालना में वायु गुणवत्ता को बेहतर बनाए रखने व धूल को उड़ने से रोकने के लिए सडक़ों व पेड़ों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है। इस कार्य के लिए सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट से शोधित पानी का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके साथ ही मैकेनिकल स्वीपिंग का दायरा बढ़ाया जा रहा है। मुख्य सड़कों की सफाई मैकेनिकल मशीनों से की जा रही है।
नगर निगम की पर्यावरण एवं स्थिरता विंग के नोडल अधिकारी सुभाष यादव के अनुसार वायु गुणवत्ता के पूर्वानुमान के आधार पर एक्यूआई के उस चरण में अनुमानित प्रतिकूल स्तर तक पहुंचने से कम से कम तीन दिन पहले ग्रैप के चरणों के तहत प्रबंधात्मक कार्रवाई लागू की जाएगी। इस बार दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक पूरे एनसीआर क्षेत्र का माना जाएगा। शेड्यूल के अनुसार पहला चरण तब लागू होगा, जब एक्यूआई 201 से 300 के बीच खराब श्रेणी में होगा, वहीं दूसरे, तीसरे और चौथे चरण तब लागू होंगे, जब एक्यूआई 300 के ऊपर चला जाएगा। इन चरणों के हिसाब से ही प्रतिबंधात्मक कार्रवाई लागू की जाएंगी। दूसरा चरण एक्यूआई 301 से 400, तीसरा चरण एक्यूआई 401 से 450 तथा चौथा चरण एक्यूआई 450 से ऊपर होने पर लागू किया जाएगा।