दवा देकर अस्पताल ने ले लिए मरीज के गहने
Gurugram News Network- अब तक आपने निजी अस्पताल को दवा देकर रुपए लेने की बात आम तौर पर सुनी होगी, लेकिन दवा देने के बाद मरीज़ के गहने ले लेना पहली बार सुना है। इलाज के दौरान डॉक्टर की मौत होने के बाद जब परिजन गहने लेने वापस गए तो अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें अप्रत्यक्ष रूप से गहने देने से इंकार कर दिया। मामला पालम विहार थाना पुलिस के समक्ष आने के बाद अब केस दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अंसल पालम विहार निवासी विनीता राय ने बताया कि उनके पति डॉ शची कांत को 23 अगस्त को सांस लेने में दिक्कत के साथ सीने में दर्द की शिकायत हुई थी। उन्हें मेट्रो अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था। उनकी हालत को देखते हुए उन्हें ICU में शिफ्ट किया गया। इस दौरान उनके हाथ में मौजूद दो सोने की अंगूठियां अस्पताल स्टाफ ने उतार ली और परिजनों को नहीं सौंपी। 24 अगस्त को हालत खराब होने पर डाॅ शची कांत को दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया गया। शिकायतकर्ता विनीता राय ने बताया कि अस्पताल का बिल भुगतान करने के बाद वह डाॅ शची कांत को तुरंत विशेषज्ञों के पास ले गए, लेकिन वह अस्पताल से उनकी अंगूठियां नहीं ले पाई।
दूसरे अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इसके बाद वह मेट्रो अस्पताल गई और अस्पताल प्रबंधन से डाॅ शची की दोनों अंगूठियां मांगी। आरोप है कि पहले तो अस्पताल प्रबंधन उनकी बेटी को यह अंगूठियां दिए जाने के बारे में कहता रहा। इस पर उन्होंने कोई दस्तावेज अथवा सीसीटीवी कैमरे की फुटेज दिखाने को कहा। इस पर प्रबंधन ने उन्हें फुटेज की जांच कर जल्द ही उन्हें सूचित किए जाने के बारे में कहां, लेकिन आज तक अस्पताल प्रबंधन उन्हें कुछ नहीं बता पा रहा है। इस पर उन्होंने पालम विहार थाना पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज कराया है।