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सीवर के साफ पानी से लहराएंगे गुरुग्राम व झज्जर के खेत

Gurugram News Network- स्मार्ट सिटी सीवर के पानी से अब झज्जर व गुरुग्राम के खेतों में फसल लहराएगी। सीवर के पानी को साफ कर नहर के जरिए झज्जर तक भेजा जाएगा। इस योजना पर गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (GMDA) व सिंचाई विभाग ने कार्य शुरू कर दिया है। वर्तमान में शहर में साफ किए जा रहे सीवर के पानी का आधा हिस्सा भी प्रयोग नहीं हो पा रहा है। योजना पूरी होने के बाद साफ किए गए इस पानी की एक बूंद भी नजफगढ़ ड्रेन में नहीं डाली जाएगी।

अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में गुरुग्राम जिले में धनवापुर व बहरामपुर सीवर ट्रीटमेंट प्लांट से 323 MLD पानी को साफ किया जा रहा है। इसमें से करीब 115 MLD पानी ही प्रयोग हो पा रहा है। शहर से निकलने वाले सीवर के पानी को वर्तमान में GMDA साफ करके हॉर्टिकल्चर, इंडस्ट्री में प्रयोग किया जा रहा है। इसके साथ ही 70 MLD पानी को झज्जर सिंचाई विभाग को दिया जा रहा है। शेष पानी को नजफगढ़ ड्रेन के जरिए यमुना नदी में डाला जा रहा है। शेष पानी को जिले में ही प्रयोग किए जाने की योजना है। इसको लेकर GMDA ने पिछले दिनों शहर के बिल्डरों के साथ बैठक की थी। इसमें बिल्डरों को निर्माण कार्य में सीवर का साफ किया गया पानी ही प्रयोग करने के लिए प्रतिबंध किया गया है।

 

अधिकारियों ने बताया कि शहर में नए सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जा रहे हैं। अगले दो साल में जिले से करीब 550 MLD सीवर का साफ पानी निकलेगा। वर्तमान में साफ किए जा रहे पानी की बायोलॉजिकल ऑक्सीजन डिमांड (BOD) का स्तर 20 तक चल रहा है। नए प्लांट तैयार होने तक GMDA  इस स्तर को घटाकर 10 तक लाने की योजना बना रहा है।

 

 

पिछले दिनों सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में पाया गया कि खेती के लिए पानी में BOD का स्तर 30 तक हो सकता है। ऐसे में सीवर के साफ किए गए पानी की गुणवत्ता काफी बेहतर है। इसे खेती में प्रयोग करना अच्छा रहेगा। इस पर सिंचाई विभाग ने वर्तमान की 70 MLD की ड्रेन की क्षमता बढ़ाने की योजना बना ली है। अधिकारियों के मुताबिक सीवर के पानी को साफ कर खेती के लिए उपयोग किया जाएगा।

 

बता दें कि जिले के फर्रूखनगर का भूजल में नमक का असर है। एक समय पर यहां नमक के कुएं होते थे जिनसे नमक निकालकर दिल्ली भेजा जाता था। नमकीन पानी के कारण यहां खेती करना मुश्किल हो चुका है। ऐसे में यहां लोग वाटर सप्लाई के पानी को खेती में उपयोग करते हैं। किसान रवि यादव ने बताया कि यदि सीवर का साफ पानी सिंचाई के लिए फर्रूखनगर में उपलब्ध कराया जाता है तो यह किसानों के लिए उपयोगी होगा। इससे खेत लहरा उठेंगे।

GMDA के एसई राजेश बंसल ने बताया कि GMDA  के पानी को गुरुग्राम व झज्जर के खेतों में पहुंचाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। कार्य पूरा होने के बाद नजफगढ़ ड्रेन में सीवर के साफ किए गए पानी को डालने की बजाय इसे गुरुग्राम व आसपास के जिलों में ही उपयोग कर लिया जाएगा।

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