गृहमंत्री अनिल विज की मर्सिडीज़ का टूटा शॉकर, DCP ACP जांच में जुटे
Gurugram News Network – हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज की आलीशान सरकारी गाड़ी का शॉकर टूटना आज कल चर्चा का विषय बना हुआ है । चर्चा का विषय इसलिए कि गृहमंत्री की कार का चलते चलते शॉकर टूटने मात्र की घटना की अब गुरुग्राम पुलिस द्वारा डीसीपी के नेतृत्व में बनाई गई विशेष टीम कर रही है, जिस टीम में एसीपी, इंस्पेक्टर, फोरेंसिक टीमें भी शामिल हैं । लोग तो यहां तक बोल रहे हैं कि सड़कों पर आम आदमी की किसी की लापरवाही के चलते मौत भी हो जाए, तो जांच दूर की बात मामले को निपटाने की कोशिशें की जाती है लेकिन गृहमंत्री जी की गाड़ी में आई दिक्कत की अब हाइलेवल जांच हो रही है । आपको बता दें कि 18 दिसंबर को गुरुग्राम में भारतीय जनता पार्टी की बैठक से लौटते समय कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे पर हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज की सरकारी मर्सिडीज बेंजइंड ई 200 (Mercedes BenzInd E200) गाड़ी का चलते-चलते शॉकर दो भागों में टूट गया ।
हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज की सरकारी गाड़ी के शॉकर का टूटना बड़ी चर्चा नहीं है बल्कि शॉकर मात्र के टूटने की हाइ लेवल जांच होना चर्चा बना हुआ है, कि चलती हुई गाड़ी का मात्र शॉकर टूटने की जांच अब गुरुग्राम की हाइटेक पुलिस के डीसीपी, एसीपी इस मामले की जांच में जुट गए हैं कि कहीं हरियाणा के गृहमंत्री के साथ हुआ ये हादसा किसी की साजिश तो नहीं है ।
इस मामले की जांच धरातल पर भी देखने को मिल रही है । बुधवार को मामले की जांच के लिए बनाई गई एसआईटी ने ना केवल जहां पर ये हादसा हुआ उस जगह का निरीक्षण किया बल्कि नरसिंहपुर में मर्सिडीज के उस वर्कशॉप में भी पहुंची जहां पर गृहमंत्री अनिल विज की गाड़ी ठीक होने के लिए दी गई है । यहां पहुंच कर एसआईटी में शामिल फोरेंसिक एक्सपर्ट्स ने अपनी जांच शुरु कर दी है । साथ ही मैकेनिकल एक्सपर्ट्स से भी मामले में सलाह ली जा रही है और अनिल विज के ड्राइवर को भी सवाल जवाब के लिए तलब किया गया है ।
गृहमंत्री अनिल विज की गाड़ी के साथ ये हादसा KMP Expressway पर हुआ है । KMP Expressway पर सफर करने वाले अच्छी तरह जानते हैं कि इस एक्सप्रेसवे पर कितने बंप और गड्ढे बने हुए हैं जिनकी वजह से आए दिन इस एक्सप्रेसवे पर भीषण सड़क हादसे होते हैं जिनमें कई लोगों की जानें अब तक जा चुकी है लेकिन आज तक किसी ने हादसों की जांच के लिए इस तरह की एसआईटी गठित करने का विचार तक नहीं किया । ऐसा संभव हैं कि अगर गुरुग्राम पुलिस की एसआईटी की जांच में कोई साजिश नहीं मिलती है और वजह सड़कों पर गड्ढे और बंप पाए जाते हैं तो हो सकता है एक्सप्रेसवे मैंटेन करने वाली कंपनी के खिलाफ भी कोई कार्रवाई की जाए ।