बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस सरकार के खिलाफ अमेरिकी सांसदों का गुस्सा बढ़ रहा है। उन्होंने बांग्लादेश में हो रहे मानवाधिकार हनन और स्वतंत्रता पर हो रहे हमलों को लेकर चिंता जाहिर की है। अमेरिकी सांसदों ने बांग्लादेश पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की है।
अमेरिकी सांसदों का कहना है कि मोहम्मद यूनुस की सरकार ने देश में लोकतंत्र को कमजोर कर दिया है। सरकार की आलोचना करने वालों को जेल में डाला जा रहा है और मीडिया पर पाबंदी लगाई जा रही है। उनका कहना है कि बांग्लादेश में चुनाव पारदर्शी और निष्पक्ष नहीं हो रहे हैं।
मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश के प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता हैं। उन्हें ‘गरीबों के बैंक’ की शुरुआत करने के लिए जाना जाता है। हाल ही में उन्होंने राजनीति में कदम रखा और बांग्लादेश की सत्ता संभाली। लेकिन उनकी सरकार पर आरोप है कि वह लोकतांत्रिक मूल्यों का पालन नहीं कर रही है।
अमेरिकी सांसदों ने कहा है कि अगर बांग्लादेश में लोकतंत्र बहाल नहीं किया गया तो अमेरिका आर्थिक और राजनैतिक प्रतिबंध लगा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश को मानवाधिकारों का सम्मान करना चाहिए और स्वतंत्र मीडिया को काम करने देना चाहिए।
बांग्लादेश की सरकार ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह उनके आंतरिक मामलों में दखल देने की कोशिश है। सरकार का कहना है कि वह अपने देश में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कदम उठा रही है।
बांग्लादेश की जनता इस समय दो हिस्सों में बंटी हुई है। कुछ लोग मोहम्मद यूनुस की सरकार का समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ उनकी नीतियों से नाराज हैं। अगर अमेरिका प्रतिबंध लगाता है, तो इसका सीधा असर बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था और आम जनता पर पड़ेगा।