Chintel Society का असुरक्षित सी-टावर के निवासियों को अक्तूबर तक राहत
सोसाइटी के असुरक्षित पांच टावरों को तोड़ने का काम चल रहा है। इसका काम एडिफिस कंपनी को दिया गया है। कंपनी ने पांच टावरों के फ्लैटों में लगीं खिड़कियों, पाइप, दरवाजे, फायर सिस्टम समेत अन्य सामानों को निकाल लिया है।
Gurugram News Network –सेक्टर-109 स्थित चिंटल सोसाइटी असुरक्षित सी टावर घोषित सी टावर के निवासियों को अक्तूबर तक का समय मिल गया। चुनाव बाद टावर को खाली करने को लेकर जिला प्रशासन कोई कदम उठाएगा। सीबीआरआई ने अगस्त में जारी रिपोर्ट में सी टावर को असुरक्षित घोषित कर दिया। स्थानीय निवासी तीसरे पक्ष से जांच कराने की मांग कर रहे हैं।
सोसाइटी के आरडब्ल्यूए प्रधान राकेश हुड्डा ने बताया कि सीबीआरआई ने अपनी रिपोर्ट में सी टावर को असुरक्षित घोषित किया हुआ है। उन्होंने बताया कि इसको लेकर स्थानीय लोग कुछ दिन पहले उपायुक्त से मिले थे,अपनी परेशानियों से अवगत कराया था। हुड्डा ने बताया कि सीबीआरआई ने ए,बी व सी टावरों की जांच की थी।
सी टावर की रिपोर्ट दी गई और अभी ए व बी की रिपोर्ट आनी है। छह माह पहले की रिपोर्ट में तीनों टावरों को सेफ बताया गया था। राकेश हुड्डा ने बताया कि उपायुक्त के सामने लोगों की परेशानियां रखी गईं। इसमें तीसरे पक्ष से सी टावर की जांच कराने के बाद प्रशासन को कोई निर्णय लेने को कहा गया। उपायुक्त ने कहा है कि इस मामले में चुनाव बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। प्रशासन चुनाव संबंधी कार्या में व्यस्त है।
सोसाइटी के जे टावर में रह रहे आठ फ्लैट मालिकों में से सात ने फ्लैट खाली कर दिए हैं। एक फ्लैट में लोग रह रहे हैं,वह भी जल्द खाली कर देंगे। सोसाइटी के आरडब्ल्यूए प्रधान राकेश हुड्डा ने बताया कि जे टावर में एक फ्लैट को छोड़कर सभी ने फ्लैट खाली कर दिए हैं। फ्लैट भी जल्द खाली हो जाएगा। बता दें कि बिल्डर ने जे टावर को खाली नहीं करने पर लिफ्ट बंद कर दी थी। इसके बाद टावर में जमकर हंगामा हुआ था। हालांकि पुलिस की दखल के बाद लिफ्ट शुरू हुई थी। इसके बाद लोग फ्लैट खाली करने में जुट गए थे।
उपायुक्त ने सात अगस्त को जारी आदेशों में कहा गया था कि आईआईटी दिल्ली की स्ट्रक्चर ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर टावर जे रहने के लिए असुरक्षित घोषित था। जिलाधीश ने जे टावर में रह रहे निवासियों को तत्काल निकासी के आदेश दिए थे। सोसाइटी के असुरक्षित पांच टावरों को तोड़ने का काम चल रहा है। इसका काम एडिफिस कंपनी को दिया गया है। कंपनी ने पांच टावरों के फ्लैटों में लगीं खिड़कियों, पाइप, दरवाजे, फायर सिस्टम समेत अन्य सामानों को निकाल लिया है।