Gurugram News Network – सेक्टर-109 की चिंटल पैराडिसो सोसाइटी में हुए हादसे को एक साल बीत गया है, लेकिन पीड़ितों को न्याय नहीं मिला है। हादसे के बाद जिला प्रशासन ने तीन महीने में सोसाइटी का ऑडिट कराने के बाद असुरक्षित बिल्डिंग को तोड़कर नया बनवाने अथवा फ्लैट मालिकों को मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया था, लेकिन हादसे के एक साल बाद भी जांच रिपोर्ट के आधार पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। एक साल में सोसाइटी की केवल एक टावर का ही ऑडिट हो पाया है, लेकिन उसकी रिपोर्ट भी प्रशासन ने स्थानीय लोगों से न तो सांझा की है और न ही बिल्डर पर कोई कार्रवाई की है। इससे गुस्साए लोगों ने जिला उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर न्याय की गुहार लगाई है।
सोसाइटी निवासी राकेश हुड्डा, प्रिया समेत अन्य ने बताया कि बिल्डर द्वारा उन्हें मुआवजा देने की बात तो कही जाती है, लेकिन हर बार मुआवजे के नाम पर बहका दिया जाता है और केस दायर तक नहीं करने दिया जाता। लाखों करोड़ों रुपए का फ्लैट खरीदने के बाद वह लोग किराए के मकान में रह रहे हैं। आज भी उनके मन में यह डर है कि कहीं दोबारा कोई बिल्डिंग न गिर गए। निवासियों का कहना है कि सोसाइटी निवासियों, बिल्डर और प्रशासनिक अधिकारियों की कई दौर की बैठक हो चुकी है, लेकिन आज तक मुआवजे का रेट तय नहीं हो पाया है।
प्रशासन की ढीली कार्यशैली से खफा होकर लोगों ने शुक्रवार को डीसी कार्यालय पर जमकर प्रदर्शन किया। ज्ञात हो कि 10 फरवरी 2022 को चिंटल पैराडिसो सोसाइटी में छह फ्लोर के फ्लैट की छत गिरने का मामला सामने आया था। इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई थी। मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर ठेकेदार को गिरफ्तार कर लिया था। मामले में जिला उपायुक्त ने आईआईटी की टीम से सोसाइटी का स्ट्रक्चर ऑडिट शुरू कराया था और तीन महीने में इस सोसाइटी पर निर्णय लेने के साथ ही लोगों को मुआवजा दिलाए जाने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।