पेट दर्द के इलाज में गर्भवती को मिली मौत
Gurugram News Network – यदि आपके भी पेट में दर्द है और आप निजी अस्पताल में इलाज कराने जा रहे हो तो सावधान हो जाओ। ऐसा न हो कि इलाज के नाम पर मरीज को मौत मिल जाए। ऐसा ही एक मामला सोहना शहर थाना क्षेत्र में सामने आया है। पुलिस ने अस्पताल की महिला डॉक्टर के खिलाफ आईपीसी की धारा 304ए के तहत केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस को दी शिकायत में श्याम कुंज के रहने वाले अजय चौहान ने बताया कि उनकी पत्नी रानी साढ़े तीन महीने की गर्भवती थी। 19 अप्रैल को पेट में दर्द होने के कारण वह सोहना स्थित स्वरूप अस्पताल में अपनी पत्नी को ले गया था। यहां जांच के बाद डॉ काजल दहिया ने कहा कि उनकी पत्नी व बच्चा ठीक हैं दोनों को घर ले जाओ। इसके बाद वह घर आ गया। 22 अप्रैल को दोबारा दर्द उठने पर वह अपनी पत्नी को दोबारा अस्पताल ले गया। यहां जांच के उपरांत डॉ काजल दहिया ने कहा कि गर्भ में पल रहा शिशु खराब हो गया है। ऐसे में अभी अबॉर्शन करना पड़ेगा।
अजय ने बताया कि अबॉर्शन करने के लिए डॉ काजल दहिया उनकी पत्नी को पहली मंजिल पर बने ऑपरेशन थियेटर में ले गए। करीब साढ़े तीन घंटे तक उन्होंने अजय को रानी से नहीं मिलने दिया। डॉक्टरों ने उन्हें रानी के शरीर में ब्लड की कमी होने की बात कही। इसके बाद किसी तरह वह रानी के पास पहुंचे तो रानी ने अजय को बताया कि डॉक्टरों ने उनके शरीर में कई कट लगा दिए हैं जिसके कारण उनकी हालत बिगड़ रही है। बात करते हुए रानी अचानक बेहोश हो गई और डॉक्टर मौके से गायब हो गए। इसके बाद अस्पताल का स्टाफ घबरा गया। कुछ ही देर में अस्पताल के स्टाफ ने रानी को एंबुलेंस में लेटा दिया और उन्हें साथ बैठाते हुए कहा कि इन्हें दूसरे अस्पताल ले जाओ। रानी के सभी दस्तावेज एंबुलेंस ड्राइवर को दे दिए हैं।
अजय ने पुलिस को बताया कि जब वह डब्ल्यू प्रतीक्षा अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने जांच के उपरांत रानी को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद उन्होंने सोहना शहर थाना पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज कराया। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।