Gurugram News Network – गुरुग्राम सेक्टर 50 थाना एरिया से मध्य प्रदेश पुलिस ने विधायक के भाई शिवराज कुंडू को गिरफ्तार किया है। मध्यप्रदेश के मोती नगर थाने में विधायक बलराज कुंडू समेत उनके भाई शिवराज कुंडू व वीके लांबा के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज है। आरोप है कि उन्होंने अपनी कंपनी के जरिए झज्जर के ठेकेदार से मध्यप्रदेश में सड़क बनवा ली और उसकी करोड़ों की पेमेंट रोक दी। जब ठेकेदार ने उनसे रुपए मांगे तो आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी। सेक्टर 50 थाना प्रभारी ने बताया कि मध्य प्रदेश पुलिस उनके थाना एरिया से शिवराज कुंडू को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई है।
पुलिस के मुताबिक झज्जर के रहने वाले धर्मवीर ने बताया कि उनकी बालाजी कंस्ट्रक्शन के नाम से एक फर्म है। साल 2015 में उनके फार्म का काम ग्वालियर मध्य प्रदेश में चल रहा था जहां उनकी मुलाकात परिवर्तन बिल्टेक कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर रोहित शर्मा से हुई। रोहित से उनकी दोस्ती हो गई जिसके बाद रोहित उनसे मिलने के लिए साल 2018 में झज्जर आया। रोहित ने उन्हें बताया कि उसे केसीसी बिल्डकॉन कंपनी का काम मिला है। 6–7 महीने में उसने धर्मवीर को भी यहां मैटेरियल सप्लाई का काम दिलाने की बात कही।
धर्मवीर ने बताया कि रोहित उन्हें केसीसी बिल्डकॉन के डायरेक्टर महम से विधायक बलराज कुंड, उनके भाई शिवराज कुंडू व वीके लांबा से मिलवाने के लिए सेक्टर 50 थाना एरिया में स्थित उनके ऑफिस ले गया। यहां बातचीत के दौरान विधायक व उनके साथियों ने बताया कि कार्य भोपाल के जेसी नगर से सागर तक सड़क बनाने का कार्य है। बातचीत के बाद उन्होंने मध्यप्रदेश में प्लांट सेटअप करने के लिए कहा और प्रत्येक महीने पेमेंट करने की बात कही। पूरा प्रोजेक्ट करीब 7 करोड रुपए का था। इसके बाद उन्होंने मध्यप्रदेश में कार्य शुरू करने के लिए हाशिम खान व अन्य से मिलने के लिए भेज दिया। बातचीत के बाद जब उन्होंने यह प्लांट सेटअप किया तो रोहित ने उन्हें करीब सवा करोड रुपए दिए। इसके बाद उन्होंने यहां काम शुरू कर दिया और लगातार मटेरियल की सप्लाई देते रहे, लेकिन जब भी वह पेमेंट मांगते तो उन्हें टाल दिया जाता। उनके करीब पौने 6 करोड़ रुपए की पेमेंट बकाया हो गई।
पेमेंट ना देने पर उन्होंने अपना प्लांट हटाने की बात कही तो आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। मजबूरी में उन्हें यहां प्लांट को चालू रखना पड़ा। बाद में उन्होंने करीब 62 लाख रुपए में उनका प्लांट खरीद लिया जिसकी आधी कीमत करीब 31 लाख रुपए उन्हें दे दी। बाद में उन्होंने उनकी बकाया करीब 6 करोड रुपए पेमेंट का एक चेक उन्हें दिया। यह चेक जब उन्होंने अपने अकाउंट में जमा कराया कर तो यह बाउंस हो गया। इस बारे में जब उन्होंने बलराज कुंडू, शिवराज कुंडू व वीके लांबा से बात की तो उन्होंने पेमेंट करने से साफ इनकार कर दिया। इसके बाद उन्होंने चेक बाउंसिंग का एक मामला झज्जर कोर्ट में दायर कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज कराया। मामले में कार्रवाई करते हुए मध्य प्रदेश पुलिस ने सोमवार देर शाम शिवराज कुंडू को सेक्टर 50 थाना एरिया से गिरफ्तार कर लिया।