Gurugram News Network – गुरुग्राम के सदर बाजार में जल्द कुछ दुकानें सील हो सकती हैं । इसके लिए गुरुग्राम नगर निगम निगरानी कर रहा है कि किन किन दुकानों को सील किया जाना है । दरअसल गुरूग्राम का सबसे प्राचीन एवं व्यस्त सदर बाजार को अतिक्रमण मुक्त एवं सुरक्षित बाजार बनाने की दिशा में नगर निगम गुरूग्राम द्वारा तेजी से कार्रवाई की जा रही है। इसके तहत इनफोर्समैंट टीमें प्रतिदिन बाजार का चक्कर लगा रही हैं तथा अतिक्रमण को हटाने के साथ ही अतिक्रमण करने वालों का सामान जब्त किया जा रहा है। जो दुकानदार अपनी दुकानों के बाहर हिदायत के बावजूद भी अतिक्रमण कर रहे हैं अथवा करवा रहे हैं, उनकी वीडियोग्राफी करवाई जा रही है। जल्द ही ऐसी दुकानों को सील किया जाएगा।
नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने गत दिनों आयोजित समीक्षा बैठक में अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि वे उन दुकानदारों का चालान करें, जो बाजार में अतिक्रमण करते हैं, या रेहड़ी-पटरी आदि लगाकर अतिक्रमण करवाते हैं। ऐसे दुकानदारों का 5 हजार रूपए का चालान किया जाएगा तथा तीन बार चालान होने के बाद बिना किसी देरी के दुकान को सील किया जाएगा। इसके साथ ही बाजार में स्थित रेहड़ी-पटरी वालों को दूसरे स्थान पर पुर्नस्थापित करने के लिए वैंडिंग जोन की पहचान करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए गए हैं, जिस पर कार्रवाई की जा रही है। बैठक में यह भी निर्देश दिए गए हैं कि बाजार में आने वाले वाहनों के लिए आसपास के क्षेत्रों में स्थित खाली जगहों पर पार्किंग की व्यवस्था करवाई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि गुरूग्राम का सदर बाजार सबसे प्राचीनतम एवं व्यस्तम बाजार है। बाजार में दुकानदार, दुकानों में काम करने वाले कर्मचारी तथा ग्राहकों की भीड़ काफी होती है। इन सभी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बाजार का अतिक्रमण मुक्त रहना बहुत ही आवश्यक है। अगर बाजार में आगजनी या अन्य कोई अप्रिय घटना घटित हो जाए, तो अतिक्रमण के कारण राहत एवं बचाव दल को घटना स्थल पर पहुंचने में देरी हो सकती है, जिससे जानमाल का नुकसान होने की संभावना बनी रहती है। नगर निगम गुरूग्राम द्वारा बाजार के दुकानदारों से पिछले काफी समय से अतिक्रमण नहीं करने का आह्वान किया जा रहा है। अतिक्रमण के कारण बाजार के दुकानदारों को भी नुकसान होता है क्योंकि आज के समय में प्रत्येक व्यक्ति भीड़भाड़ वाले अतिक्रमण युक्त बाजारों में जाने से परहेज करता है, जिससे दुकानदारों के व्यवसाय को नुकसान होता है। अगर सदर बाजार अतिक्रमण मुक्त, स्वच्छ एवं सुंदर रहेगा, तो यहां पर ग्राहकों की आवाजाही भी और अधिक बढ़ेगी।