देशबिज़नेस

मुकेश अंबानी ने जामनगर में पहले रिफाइनरी के सफल होने का जश्न मनाया।

जामनगर रिफाइनरी की वार्षिक क्षमता 33 मिलियन टन है, जो न केवल घरेलू मांग को पूरा करेगी बल्कि वैश्विक बाजार में भी भारत की स्थिति को मजबूत करेगी।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने जामनगर में विश्व की सबसे बड़ी और अत्याधुनिक रिफाइनरी के सफलतापूर्वक पूरा होने का जश्न मनाया। यह रिफाइनरी गुजरात के जामनगर में स्थित है और इसे समय सीमा के भीतर और बजट के अनुसार पूरा किया गया है। इस परियोजना का उद्देश्य भारत को ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है।

जामनगर रिफाइनरी की वार्षिक क्षमता 33 मिलियन टन है, जो न केवल घरेलू मांग को पूरा करेगी बल्कि वैश्विक बाजार में भी भारत की स्थिति को मजबूत करेगी। इस अवसर पर मुकेश अंबानी ने कहा, “यह रिफाइनरी न केवल हमारी कंपनी बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है। यह परियोजना प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।” उन्होंने इस सफलता के लिए कंपनी के सभी कर्मचारियों और सहयोगियों का आभार व्यक्त किया।

रिफाइनरी के उद्घाटन समारोह में उद्योग और सरकार से जुड़े कई प्रमुख हस्तियां उपस्थित थीं। इस परियोजना ने न केवल भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत किया है, बल्कि गुजरात में रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि की है। जामनगर रिफाइनरी से पेट्रोल और डीजल के साथ-साथ पेट्रोकेमिकल और अन्य मूल्यवर्धित उत्पादों का उत्पादन भी होगा।

इस रिफाइनरी का निर्माण पर्यावरणीय सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए किया गया है। यह अत्याधुनिक तकनीकों से सुसज्जित है, जिससे यह दुनिया की सबसे कुशल और पर्यावरण के अनुकूल रिफाइनरी में से एक बन गई है। रिलायंस इंडस्ट्रीज की इस उपलब्धि ने भारत को वैश्विक ऊर्जा मानचित्र पर एक मजबूत स्थान दिलाया है। यह परियोजना देश की औद्योगिक क्षमता और तकनीकी कौशल का एक अद्भुत उदाहरण है। जामनगर रिफाइनरी आने वाले वर्षों में भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने और इसके निर्यात में योगदान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने जामनगर में 7,500 एकड़ में फैले इस रिफाइनरी कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया है, जो दुनिया की सबसे बड़ी रिफाइनरी के रूप में स्थापित है। यहां प्रतिदिन 12.4 लाख बैरल तेल का उत्पादन होता है, जिससे भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण योगदान मिल रहा है।

इसके अलावा, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने व्यापारिक संचालन का पुनर्गठन करते हुए दुबई से अपनी क्रूड ऑयल ट्रेडिंग टीम को मुंबई वापस बुलाने की योजना बनाई है। कंपनी ने कच्चे तेल की आपूर्ति के लिए रूस के साथ दीर्घकालिक समझौता किया है, जिससे स्पॉट कार्गो खरीदने की आवश्यकता कम हो गई है।

मुकेश अंबानी ने जामनगर को दुनिया की ऊर्जा राजधानी बताते हुए कहा है कि 2025 तक यह हमारे नए ऊर्जा व्यवसाय का भी केंद्र बन जाएगा। कंपनी ने जामनगर में धीरूभाई अंबानी ग्रीन एनर्जी गीगा मैन्युफैक्चरिंग कॉम्प्लेक्स की स्थापना की योजना बनाई है, जिसमें 75,000 करोड़ रुपये तक का निवेश किया जाएगा।

इस प्रकार, जामनगर रिफाइनरी का सफलतापूर्वक पूरा होना भारत की ऊर्जा सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो देश की औद्योगिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

Related Articles

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker