हाल ही में हूती विद्रोहियों द्वारा किए गए मिसाइल हमले के बाद इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के प्रमुख ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि हमले के पीछे ईरान का हाथ है और इसके लिए सीधे ईरान पर कार्रवाई होनी चाहिए। यह बयान उस समय आया है जब यमन में हूती विद्रोहियों और उनके समर्थकों ने इजरायल के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया है।
हूती विद्रोहियों ने हाल ही में इजरायल की ओर मिसाइल दागे, जिससे क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया। इस हमले के कारण इजरायल ने अपनी सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया है। हालांकि, इजरायल का मानना है कि हूतियों को यह समर्थन ईरान से मिल रहा है।
मोसाद के चीफ ने इस घटना पर गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि दुश्मन को उसके घर में ही जवाब देना चाहिए। उनका इशारा साफ था कि यमन के बजाय ईरान पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए क्योंकि हूतियों को समर्थन वहीं से मिलता है। उन्होंने कहा, “हमारे दुश्मन का असली चेहरा ईरान है, और हमें अपनी रणनीति में बदलाव करना होगा।”
हूती विद्रोहियों को लंबे समय से ईरान का समर्थन मिलता रहा है। ईरान उन्हें हथियार, धन और तकनीकी मदद प्रदान करता है। इस कारण से, इजरायल और अन्य देश ईरान पर दबाव बनाने की कोशिश करते रहे हैं।
इस घटना के बाद इजरायल ने अपने सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा है। इजरायली प्रधानमंत्री ने भी इस मुद्दे पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इजरायल अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा।
अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों ने इस हमले की निंदा की है और इजरायल को समर्थन देने की बात कही है। वहीं, ईरान ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया है।
इस घटना के बाद क्षेत्रीय तनाव और बढ़ गया है। ईरान और इजरायल के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंध हैं, और यह हमला इस तनाव को और गहरा कर सकता है।हूती विद्रोहियों के मिसाइल हमले ने एक बार फिर से ईरान और इजरायल के बीच के तनाव को उजागर कर दिया है।