Gurugram News Network - जी-20 बैठक के दौरान रेवाड़ी से ड्यूटी पर जा रहे दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल के साथ लूट करने वाले तीन आरोपियों में से एक मुख्य आरोपी को गुड़गांव पुलिस की अपराध शाखा पालम विहार टीम ने काबू कर लिया है। आरोपियों ने दो हत्याओं की वारदात को अंजाम देने के लिए यह कार लूटी थी।
एसीपी वरुण दहिया ने बताया कि 9 सितंबर की रात को दिल्ली पुलिस का एक जवान अपनी गाड़ी से खेड़कीदौला से SPR के रास्ते दिल्ली जा रहा था। इस दौरान एक स्विफ्ट गाड़ी से आए तीन बदमाशों ने उसे ओवरटे करके रोक लिया और दो ने उसे हथियार के बल पर ले लिया और लूट की वारदात को अंजाम दिया। आरोपी उससे उसकी बलेनो गाड़ी लूटकर फरार हो गए थे। इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी और मामले में कार्रवाई करने के लिए अपराध शाखा मानेसर और पालम विहार की एक संयुक्त टीम बनाई। इस पर पालम विहार अपराध शाखा की टीम ने मामले में संलिप्त एक मुख्य आरोपी रेवाड़ी निवासी महेश उर्फ मुंडी को काबू कर लिया। आरोपी ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया है कि उसने अपने दो साथियों सज्जन और सुनील के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था।
एसीपी ने बताया कि आरोपी से प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि आरोपी महेश ने इस लूटी हुई गाड़ी से हत्या की वारदात को अंजाम देना था। आरोपी महेश ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया है कि उसके भाई की साल 2014 में हत्या हुई थी। इस मामले में उसी के गांव के ही दो युवकों पर महेश के भाई का आरोप लगा था। इससे वह उनसे रंजिश रखता है और बदला लेने के लिए ही उन दोनों को मौत के घाट उतारना चाहता था। इसके लिए ही उसने यह लूट की वारदात को अंजाम दिया था। इसके अलावा जिस स्विफ्ट गाड़ी से इन्होंने लूट की वारदात को अंजाम दिया था उस गाड़ी को सुनील ले गया था जिसने लूट की वारदात के अगले ही दिन अपनी बहने के ससुर को मौत के घाट उतार दिया था। आरोपी ने यह भी बताया कि वह उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर सुंदर भाटी के साथ मिलकर भी कई वारदातों को अंजाम दे चुका है। उस पर आधा दर्जन से अधिक केस दर्ज हैं।