भीषण गर्मी को लेकर मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट,कल से लगेंगे लू के थपेड़े
21 मई तक अधिकतम तापमान 45 डिग्री तक पहुंचने की संभावना,मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट
Gurugram News network-मौसम विभाग ने गुरुवार से पड़ने वाली भीषण गर्मी को लेकर अलर्ट जारी करते हुए सावधानी बरतने की लोगों को सलाह दी गई है।इसके साथ ही कल से चलने वाली लू के थपेडों से भी बचने को कहा गया है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 43 डिग्री तक रहने की संभावना है। आने वाले दिनों तके 22 मई तक तापमान 46 डिग्री तक पहुंचेगा।
मौसम विभाग ने बढ़ते तापमान पर चिंता जाहिर करते हुए 16 और 17 मई के येलो अलर्ट जारी कर दिया है।इसके साथ-साथ 17 और 18 मई के लिए ओरेज अलर्ट जारी किया गया।इन चारों दिन लू चलेगी।
इस दौरान लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। दोपहर के समय में जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकले।इस दौरान बच्चे और बुजुर्गो को घर में रहने की सलाह दी गई है।भीषण गर्मी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने भी अस्पताल,प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी व्यवस्थाए दुरुस्त कर ली गई है और कुलिंग रूम भी बनाया गया है।
42 डिग्री तक पहुंचा तापमान
बुधवार को गुरुग्राम का अधिकतम तानमान 42 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।जो सामान्य से 1.2 डिग्री सेल्सियस ज्यादा तापमान रहा। न्यूनतम तापमान 23.8 डिग्री सल्सियस रिकॉर्ड हुआ।जबकि बीते साल 15 मई को 40.09 डिग्री सेल्सियस रहा था।बीते साल का इस बार रिकॉर्ड टूट गया।
एडवाइजरी की जारी
डीसी निशांत कुमार यादव ने कहा कि गर्मी के मौसम में हवा के गर्म थपेड़ों और बढ़े हुए तापमान से लू लगने का खतरा बढ़ जाता है, खासकर धूप में घूमने वालों, खिलाडिय़ों, बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को लू लगने का डर ज्यादा रहता है। लू लगने पर उसके इलाज से बेहतर है, हम लू से बचे रहें यानी बचाव इलाज से बेहतर है।
डीसी ने आमजन से आह्वान किया कि वे सरकार की ओर से जारी की गई एडवाइजरी की पालना करें और लू से बचे रहें।लू से बचाव के लिए स्थानीय मौसम संबंधी खबरों के लिए रेडियो सुनें, टीवी देखें, समाचार पत्र पढ़ें, गर्मी में हल्के रंग के ढीले सूती कपड़े पहनें, अपना सिर ढ़ककर रखें, कपड़े, हैट अथवा छतरी का उपयोग करें, पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं-भले ही प्यास न लगी हो, ओआरएस (ओरल रीहाइड्रेशन सॉल्यूशन), घर में बने पेय जैसे लस्सी, तोरानी (चावल का मांड) नींबू पानी, छाछ आदि का सेवन कर तरोताजा रहें। बच्चों को वाहनों में छोडक़र न जाएं उन्हें लू लगने का खतरा हो सकता है, नंगे पांव बाहर न जाएं, गर्मी से राहत के लिए हाथ का पंखा अपने पास रखें, काम के बीच में थोड़ा-थोड़ा विश्राम लें, खेत खलीहान में काम कर रहे हैं तो समय-समय पर पेड़ या छाया में ही आसरा लें। खासतौर से दोपहर 12 बजे से सायं 4 बजे के बीच धूप में सीधे न जाए। यदि बच्चे को चक्कर आए, उल्टी घबराहट अथवा तेज सिरदर्द हो, सीने में दर्द हो अथवा सांस लेने में कठिनाई हो तो चिकित्सक को दिखाएं।