मानेसर नगर निगम भंग करने के लिए 29 गांवों की हुई महापंचायत
Gurugram News Network- मानेसर नगर निगम को भंग करने के लिए बुधवार को मानेसर स्थित बाबा भीष्म दास मंदिर के पास स्थित पार्क में महापंचायत का आयोजन किया गया। महापंचायत में 29 गांवों के सरपंचों व मौजिज लोगों ने शामिल होकर नगर निगम को भंग किए जाने व गांवों को वापस पंचायती राज में ही शामिल किए जाने की आवाज बुलंद कर दी है। करीब तीन घंटे तक चली बैठक में प्रत्येक गांव से 10-10 सदस्यों की टीम बनाने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही 9 जनवरी को मुख्यमंत्री के नाम पर ज्ञापन सौंपा जाएगा।
गांव सहरावन निवासी नेकराम यादव ने बताया कि मानेसर नगर निगम के गठन के दौरान अधिकारियों ने उन्हें आश्वस्त किया था कि नगर निगम क्षेत्र में आने वाले गांवों में हाउस टैक्स लागू नहीं किया जाएगा। इसके अलावा यहां सफाई व सीवर व्यवस्था को नगर निगम खुद संभालेगा। इसके साथ ही क्षेत्र के विकास के लिए तेजी से कदम उठाए जाने की बात कही गई थी। उन्होंने बताया कि मानेसर नगर निगम के गठन के बाद अधिकारियों ने सहरावन, मानेसर, शिकोहपुर, नखडोला, नैनवाल, ढोरका, कांकरौला, भांगरौला, रामपुरा, नवादा समेत 29 गांवों को नगर निगम में शामिल किया गया है।
उन्होंने बताया कि गांवों को नगर निगम के अंतर्गत लेते ही अधिकारियों ने मनमानी शुरू कर दी। घरों व दुकानों पर टैक्स लगाने शुरू कर दिए हैं। इसके अलावा यदि गांव में कोई अपना घर बना रहा है तो उन्हें नोटिस देकर पहले नक्शा पास कराने का दबाव बनाया जा रहा है। नक्शा पास करने के नाम पर भी अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। ऐसे में इन गांवों में लोगों का जीना मुहाल हो गया है। नगर निगम के बनने के बाद सफाई व्यवस्था का जिम्मा पंचायती राज से अपने अधीन लेने के बाद क्षेत्र में सफाई तक नहीं हुई है।
बुधवार को करीब तीन घंटे तक चली महापंचायत में 29 गांवों से आए सरपंचों व मौजिज लोगों ने अपने सुझाव दिए और मानेसर नगर निगम को भंग करने की मांग को बुलंद कर मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की बात कही। महापंचायत के दौरान मानेसर निवासी गजराज, उमेद यादव, शिकोहपुर निवासी राज यादव, विजय यादव, मानेसर निवासी राज नंबरदार, दयानंद मानेसर समेत अन्य मौजिज लोग मौजूद रहे। उन्होंने महापंचायत में फैसला लिया कि 4 जनवरी को दोबारा महापंचायत की जाएगी। इस दौरान अपने-अपने गांवों से मौजिज लोगों की सूची तैयार कर महापंचायत में रखी जाएगी। इसके बाद 9 जनवरी को दोबारा महापंचायत कर प्रत्येक गांव से 10-10 लोगों की कमेटी तैयार कर आगे की रणनीति तैयार करते हुए मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा।