यमुना को प्रदूषित होने से बचाएगा जहाजगढ़ का STP, 25 करोड़ से बनकर हुआ तैयार
जीएमडीए ने दो साल पहले इस सीवर शोधन संयंत्र का निर्माण एक कंपनी को आवंटित किया था। जीएमडीए की योजना इस गांव के अलावा आसपास लगती कॉलोनियों का गंदा पनी इस संयंत्र में शोधित करके बरसाती नाला नंबर दो में डालना था।
Gurugram News Network – यमुना को प्रदूषित होने से बचाने के लिए गांव जहाजगढ़ में 20 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रतिदिन) क्षमता का Sewer Treatment Plant का बनकर तैयार हो चुका है। इस Plant का उद्घाटन मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से करवाने की तैयारी गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के अधिकारी कर रहे हैं। इसके बनने से यमुना नदी में सीवर का गंदा पानी सीधा नहीं जाएगा। उसे शोधित करने के बाद यमुना में छोड़ा जाएगा।
जीएमडीए ने दो साल पहले इस सीवर शोधन संयंत्र का निर्माण एक कंपनी को आवंटित किया था। जीएमडीए की योजना इस गांव के अलावा आसपास लगती कॉलोनियों का गंदा पनी इस संयंत्र में शोधित करके बरसाती नाला नंबर दो में डालना था। इस नाले में सीवर का गंदा पानी डाला जा रहा था, जिससे यमुना प्रदूषित हो रही थी। राष्ट्रीय हरित अभिकरण (एनजीटी) ने जीएमडीए को सख्त आदेश जारी किए हुए हैं कि यमुना में प्रदूषित पानी नहीं जाना चाहिए।
नए सीवर शोधन संयंत्र का निर्माण अतिशीघ्र किया जाए। इसमें किसी तरह की लापरवाही बरती जाती है तो एनजीटी की तरफ से सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को इस सिलसिले में दिशा-निर्देश जारी किए हैं। 25 करोड़ रुपये की लागत से यह सीवर शोधन संयंत्र बनकर तैयार हो चुका है।
गांव जहाजगढ़ और आसपास लगती कॉलोनियों से रोजाना छह एमएल (मिलियन लीटर) गंदा पानी निकलता है। इस पानी को जोड़ने के अलावा नाला नंबर दो को इस संयंत्र से जोड़ा जाएगा। यदि पीछे से इस नाले में गंदा पानी आ रहा है तो वह भी शोधित हो जाएगा। बता दें कि यह बरसाती नाला सिग्नेचर टावर से उद्योग विहार, सेक्टर-21, 22, 23 और पालम विहार से होता हुआ निकलता है।
गांव मानेसर में भी 25 एमएलडी क्षमता का सीवर शोधन संयंत्र तैयार किया जा रहा है। इस संयंत्र मार्च माह तक तैयार हो जाएगा। इसके बनने के बाद मानेसर और इसके आसपास लगते गांव और कॉलोनियों का पानी शोधित किया जाएगा।
धनवापुर में 100 एमएलडी क्षमता का सीवर शोधन संयंत्र तैयार किया जाना है। इसके अलावा 200 एमएलडी का पंपिंग स्टेशन बनना है। इसके टेंडर को नए सिरे से लगाने की तैयारी जीएमडीए की तरफ से शुरू कर दी है। इस साल की शुरुआत में इसके तहत टेंडर आमंत्रित किया था, लेकिन विजिलेंस में शिकायत के बाद टेंडर को रद्द कर दिया गया। सात कंपनियों ने इस टेंडर में हिस्सा लिया था।