Gurugram News Network- हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण का एक और कारनामा सामने आया है। विभाग ने करीब 200 करोड़ रुपए के प्लॉट को बेच दिया। हैरत की बात यह है कि जिस स्थान पर यह प्लॉट बेचे गए हैं वहां जाने का कोई रास्ता ही नहीं है। खरीदारों का आरोप है कि वह विभाग के करोड़ों रुपए के इन प्लॉट्स को खरीदकर फंस गए हैं। अधिकारियों ने यहां प्लॉट बेच दिया है, लेकिन सुविधा देना भूल गए हैं। कई बार अधिकारियों के पास चक्कर काटने के बाद भी उनकी सुनवाई नहीं हो रही है।
खरीदार मानिक आहूजा, एडवोकेट गगन सहित अन्य ने बताया कि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की तरफ से साल 2022 में सेक्टर-47 के पॉकेट ई में करीब तीन एकड़ जमीन पर प्लॉट की ई नीलामी की थी। इसमें प्रत्येक प्लॉट की कीमत करीब पांच करोड़ रुपए थी। जिस वक्त इनकी नीलामी की गई तो उन्हें इस स्थान पर आने के लिए दो रास्ते बताए गए थे, लेकिन असलियत कुछ और निकली। खरीदारों ने बताया कि विभाग ने इस नीलामी के जरिए करीब 200 करोड़ रुपए एकत्र किए हैं, लेकिन सुविधाएं देने के नाम पर अब विभाग पीछे भाग रहा है।
उनका कहना है कि वह अधिकारियों के पास चक्कर काटकर थक गए हैं। यही कारण है कि उन्होंने अब अधिकारियों को नोटिस भेजकर कोर्ट में खींचने का मन बनाया है। वह अपने जीवन की सारी जमापूंजी यहां खर्च कर चुके हैं, लेकिन अब तक वह इन प्लॉट पर निर्माण तक शुरू नहीं कर पाए हैं। एक तरफ बिल्डर ने दीवार की हुई है तो दूसरी तरफ से विभाग कोई रास्ता नहीं दे पाया है। वर्तमान में लोगों को दूसरे व्यक्ति के प्लॉट से ही अपने प्लॉट पर जाना पड़ रहा है।
वहीं, मामले में HSVP की संपदा अधिकारी-2 सुमन भाखर का कहना है कि यहां सुविधाएं देने की शुरुआत की गई है। इसमें रास्ते को लेकर विवाद सामने आया है। डीटीपी को रास्ता क्लीयर कराने के लिए कहा गया है। जल्द ही यहां रास्ता बन जाएगा।