Haryana: मुख्यमंत्री ने फर्जी डिग्रियां बनाने का मामला उजागर किया
यह कार्रवाई राज्य में शिक्षा और रोजगार से जुड़ी धोखाधड़ी को रोकने में अहम साबित हो सकती है।
हरियाणा के सिरसा जिले में मुख्यमंत्री उड़न दस्ते (सीएम फ्लाइंग) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी डिग्रियां बनाने का मामला उजागर किया है। सीएम फ्लाइंग की टीम ने इस मामले में छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में फर्जी डिग्रियां, मुहरें और डिग्री छापने का सामान बरामद किया। यह छापेमारी सिरसा के एक संदिग्ध संस्थान या कार्यालय में की गई, जहां फर्जी दस्तावेजों का निर्माण हो रहा था।
बताया जा रहा है कि इस रैकेट का संचालन ऐसे लोगों द्वारा किया जा रहा था जो सरकारी और प्राइवेट संस्थाओं की नामी डिग्रियों का जाल बुन रहे थे। इन डिग्रियों का उपयोग विभिन्न सरकारी और निजी संस्थानों में नौकरी के लिए किया जा रहा था। छापेमारी के दौरान, अधिकारियों ने कई मुहरें, असली डिग्रियों की प्रतियां और अन्य उपकरण बरामद किए जिनका इस्तेमाल फर्जी डिग्रियां तैयार करने में किया जा रहा था।
इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है और पुलिस ने त्वरित रूप से मामले की जांच शुरू कर दी है। यह छापेमारी मुख्यमंत्री उड़न दस्ते की सक्रियता का हिस्सा थी, जो प्रदेश में भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए काम कर रहा है। फर्जी डिग्रियों का कारोबार राज्य में शिक्षा प्रणाली और सरकारी नियुक्तियों पर गहरा असर डालता है, और इस पर कड़ी कार्रवाई आवश्यक मानी जा रही है।
राज्य सरकार ने इस मामले में गंभीरता से हस्तक्षेप करते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आने वाले समय में और भी सख्त निगरानी और जांच की जाएगी। यह कार्रवाई राज्य में शिक्षा और रोजगार से जुड़ी धोखाधड़ी को रोकने में अहम साबित हो सकती है।